दिल्ली के गुरुकुलों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं के लिए दिल्ली सरकार के डॉ.गो.गि.ला.शास्त्री प्राच्य विद्या प्रतिष्ठानम् द्वारा त्रिदिवसीय खेल-महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इसका भव्य उद्घाटन त्यागराज स्टेडियम में आयोजित किया गया। उद्घाटन समारोह में गुरुकुलों के 2500 छात्र और छात्राओं ने भाग लिया। इस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित दिल्ली सरकार की कला, संस्कृति एवं भाषा सचिव डॉ.रश्मि सिंह ने कहा कि “भारतीय ज्ञान परम्परा के ध्वजवाहक गुरुकुलीय छात्र वस्तुतः जीवन के लिए उपयोगी विद्याओं का अध्ययन करते हैं। शास्त्रों में दो प्रकार की विद्याएं बतायी गयी हैं, शस्त्र और शास्त्र। गुरुकुल के छात्र दोनों विद्याओं में पारंगत होते हैं।

प्रतिष्ठान के निदेशक डॉ.जीतराम भट्ट ने बताया कि, “प्राचीन भारतीय शिक्षा पद्धति के अनुसार वर्तमान में गुरुकुल भारतीय ज्ञान-विज्ञान का संरक्षण कर रहे हैं। गुरुकुलीय छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिष्ठान द्वारा शास्त्रीय स्पर्धाओं के साथ-साथ खेल महोत्सव का आयोजन किया जाता है। इस महोत्सव में धावन (दौड़-100 मीटर, 200 मीटर और 400 मीटर), कूर्दन (ऊंची और लम्बी कूद), रज्जु-कर्षण (रस्साकस्सी), खो-खो, कबड्डी, हस्त-कन्दुक(वॉलीबॉल), गोल-प्रक्षेपण, चक्र-प्रक्षेपण, योग आदि प्रतियोगिताएं आयोजित की जा रही हैं।“
इस अवसर पर श्री लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय विश्व विद्यालय के वास्तु विभागाध्यक्ष प्रो.देवी प्रसाद त्रिपाठी ने कहा कि, “गुरुकुल में छात्र घर से दूर गुरु के सान्निध्य में ज्ञान प्राप्त करता है। यह पद्धति ऋषियों के चिन्तन को विस्तार दे रही है।“ त्यागराज स्टेडियम के आउटडोर प्रांगण में आयोजित इस भव्य समारोह में मुख्य अतिथि के समक्ष गुरुकुल के छात्रों द्वारा पथसंचलन भी किया गया। उल्लेखनीय है कि इसका भव्य समापन समारोह 15 नवम्बर को महर्षि वेदव्यास गुरुकुल, बक्करवाला, नई दिल्ली में किया जाएगा। उद्घाटन समारोह में छात्र-छात्राओं के अतिरिक्त गुरुकुलों के प्राचार्य, आचार्य सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
