कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय (MSDE) ने चीनी ताइपे में 27 से 29 नवंबर 2025 तक आयोजित होने वाली विश्व कौशल एशिया प्रतियोगिता (WSAC) 2025 में भाग लेने वाले भारतीय दल के लिए विदाई समारोह का आयोजन किया। यह पहली बार होगा जब भारत इस प्रतिष्ठित महाद्वीपीय मंच पर प्रतिस्पर्धा करेगा, जो देश की अंतरराष्ट्रीय कौशल क्षमता को रेखांकित करने वाला ऐतिहासिक अवसर है।

उच्चस्तरीय उपस्थिति और प्रेरणादायक संदेश
समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में कौशल विकास एवं उद्यमिता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) एवं शिक्षा राज्य मंत्री श्री जयंत चौधरी उपस्थित रहे। उनके साथ कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय की सचिव सुश्री देबाश्री मुखर्जी, मंत्रालय के वरिष्ठ आर्थिक सलाहकार श्री ज्ञान भूषण, तथा प्रसिद्ध अभिनेता सुदेश बेरी भी मंच पर उपस्थित रहे।
अपने संबोधन में श्री जयंत चौधरी ने जोर देते हुए कहा, “वर्ल्ड स्किल्स एशिया में भाग लेने वाले युवा प्रतियोगी वैश्विक कौशल क्षेत्र में अग्रणी भारत की उभरती शक्ति के प्रतीक हैं। कठोर प्रशिक्षण, विशेषज्ञों की मार्गदर्शन क्षमता और उद्योग साझेदारों के सहयोग ने इन प्रतिभाओं को विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने के योग्य बनाया है।”
प्रतियोगिता का परिमाण एवं भारत की भागीदारी
WSAC 2025 में 38 कौशल श्रेणियों में 500 से अधिक प्रतिभागी भाग लेंगे, जो लगभग 40 एशियाई और अतिथि राष्ट्रों का प्रतिनिधित्व करेंगे। भारत के 23 युवा प्रतिभागी 21 कौशल श्रेणियों में प्रतिस्पर्धा करेंगे, जिनमें शामिल हैं:
- डिजिटल और IT टेक्नोलॉजी
- मोबाइल रोबोटिक्स
- मेक्ट्रोनिक्स
- CNC मिलिंग
- वेब डेवलपमेंट
- फैशन टेक्नोलॉजी
- ऑटोमोटिव पेंटिंग और रिपेयर
- ग्राफिक डिजाइन
- ब्यूटी थेरेपी आदि
भारतीय टीम का नेतृत्व राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (NSDC) द्वारा किया जा रहा है, जो वर्ल्डस्किल्स इंडिया के क्रियान्वयन और ज्ञान भागीदार की भूमिका में है। इसके साथ 21 विशेषज्ञ भी दल का हिस्सा हैं, जो मार्गदर्शक और तकनीकी समर्थन प्रदान करेंगे।
चयन प्रक्रिया: उत्कृष्टता की बहु-स्तरीय पड़ताल
इन 23 प्रतिनिधियों का चयन राष्ट्रीय स्तर की कठोर प्रतियोगिता ‘इंडिया स्किल्स कॉम्पिटिशन 2024’ के माध्यम से हुआ, जो NSDC के अंतर्गत आयोजित की जाती है। प्रत्येक स्तर पर प्रतिभागियों की तकनीकी दक्षता, रचनात्मक समस्या-समाधान कौशल, तनाव-प्रबंधन क्षमता एवं अद्यतन कौशल ज्ञान का मूल्यांकन किया गया।
उद्योग साझेदारी और प्रशिक्षण सहयोग
विजेताओं को पिछले पांच महीनों में देश के कुछ प्रमुख औद्योगिक एवं तकनीकी संस्थानों में सघन प्रशिक्षण प्रदान किया गया:
- जेके सीमेंट
- टोयोटा किर्लोस्कर मोटर
- एलटीए एकेडमी ऑफ ब्यूटी
- महिंद्रा विश्वविद्यालय
- वेलकमग्रुप ग्रेजुएट स्कूल ऑफ होटल एडमिनिस्ट्रेशन
- इराज इवोल्यूशन डिज़ाइन कंपनी लिमिटेड
इन संस्थानों ने प्रयोगशालाएं, तकनीकी सिमुलेशन वातावरण, उन्नत व्यावहारिक शिक्षा और हजारों घंटे के उद्योग-आधारित अभ्यास प्रदान किए, जिससे तकनीकी सटीकता और वास्तविक उद्योग-मानकों के प्रति प्रतिभागियों की समझ विकसित हुई।
मानविकी आधारित तैयारी: मनोवैज्ञानिक शक्ति और मानसिक संतुलन
वर्ल्डस्किल्स इंडिया ने प्रतिभागियों के लिए 21-24 नवंबर तक चार दिवसीय टीम निर्माण कार्यक्रम आयोजित किया, जिसमें मुख्यतः इन क्षेत्रों में तैयारी कराई गई:
- भावनात्मक स्थिरता
- सार्वजनिक संचार
- न्यूरोथेरेपी
- माइंडफुलनेस अभ्यास
- पोषण परामर्श
- यात्रा तत्परता
- कला और संगीत चिकित्सा
इन प्रयासों ने प्रतिभागियों के आत्मविश्वास और मानसिक सामर्थ्य को और मजबूत किया, जो अंतर्राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा में उतना ही महत्वपूर्ण होता है जितना तकनीकी कौशल।
भारत की कौशल यात्रा का मील का पत्थर
कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय की सचिव सुश्री देबाश्री मुखर्जी ने कहा कि WSAC में भारत की पहली भागीदारी देश के कौशल विकास इतिहास में एक महत्वपूर्ण पड़ाव है। उन्होंने दल को अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के साथ देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए प्रेरित किया।
भारत की इस भागीदारी से यह स्पष्ट होता है कि देश विश्वस्तरीय कौशल मानकों, अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा और उद्योग-आधारित तकनीकी शिक्षा की दिशा में निरंतर अग्रसर है, और NSDC इस मिशन के वास्तविक क्रियान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। भारत की यह नई शुरुआत आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगी, देश की युवा कौशल-शक्ति को वैश्विक मंच पर पहचान दिलाएगी, और भारत की छवि को एक उभरती हुई विश्व कौशल राजधानी के रूप में स्थापित करने में महत्वपूर्ण योगदान देगी।