फिजिकली मेंटली अगर फिट रहना है तो करें केवल योग

अलका सिंह, योग विशेषज्ञ

आजकल लोग सुबह से लेकर शाम तक अपने काम में इतने व्यस्त हो चुके हैं कि अपनी सेहत का खयाल नहीं रख पा रहे हैं. इसके कारण आए दिन अस्पतालों का चक्कर भी लगाना पड़ रहा है. इस भाग दौड़ भरी जिंदगी में लोगों को कई जिम्मेदारियों का बोझ, बढ़ती दूरियां और अकेलेपन की वजह से अधिकतर लोगों की जिंदगी की हंसी गायब ही हो गई है. शरीर के संपूर्ण स्वास्थ्य का जिक्र आने का मतलब शारीरिक-मानसिक दोनों ही तरह की सेहत पर ध्यान रखने से  होता है। इनमें से एक में भी होने वाली समस्या का असर दूसरे स्वास्थ्य पर पड़ सकता है। हम अक्सर अपने मन और शरीर को अलग-अलग समझते हैं, लेकिन असल में हमारा मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य आपस में जुड़ा हुआ है। यही कारण है कि स्वास्थ्य विशेषज्ञ इन दोनों को ठीक रखने पर जोर देते हैं। नियमित रूप से योगासनों के अभ्यास की आदत आपके लिए काफी मददगार हो सकती है। योगासन, शरीर को स्वस्थ बनाए रखने के सोथ मन को शांत रखने और चिंता-तनाव जैसी समस्याओं के जोखिम को कम करने में सहायक माने जाते हैं।

*योग विशेषज्ञों के मुताबिक दिनचर्या में योगासनों को शामिल करके शरीरिक और मानसिक दोनों तरह की समस्याओं के जोखिम को कम किया जा सकता है। अध्ययनों से पता चलता है कि मानसिक स्वास्थ्य की समस्याओं से परेशान  लोगों में हृदय रोग और डायबिटीज जैसी शारीरिक स्वास्थ्य दिक्कतों का खतरा अधिक होता है। आइए जानते हैं कि रोजाना किन अभ्यास को करके इन दोनों स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने में मदद मिल सकती है?*

इम्यूनिटी सिस्टम रहता है मजबूतवहीं योग  विशेषज्ञ अलका सिंह ने जानकारी में बताया है कि योग करना हमारी सेहत के लिए लाभदायक है. योगा हमें फिजिकली एवं मेंटली स्वास्थ्य तो रखता है. साथ ही इम्यूनिटी सिस्टम बढ़ाता है. आजकल लोगों में मेंटली डिप्रेशन बढ़ गया है, जिसकी वजह से लोग हंसना भूल गए हैं. जिसके कारण हमें बहुत सारी बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है. जैसे दिल की बीमारी बीपी, शुगर अन्य बीमारिया बढ़ती जा रही हैं. योगा करने से इन सभी बीमारियों से निजात पाया जा सकता है.

*प्राणायाम को बनाएं जीवनशैली का हिस्सा*

नियमित रूप से प्राणायाम के अभ्यास की आदत आपके संपूर्ण स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने में मदद कर सकती है। साल 2013 के एक अध्ययन से पता चलता है कि प्राणायाम का नियमित अभ्यास करने वाले लोगों में तनाव का स्तर कम पाया गया। शोधकर्ताओं के मुताबिक प्राणायाम, तंत्रिका तंत्र को शांत करता है जिससे आपकी तनाव प्रतिक्रिया में सुधार होता है। तनाव का स्तर कम रहने से हृदय रोगों के विकास का खतरा भी कम हो जाता है। 

*वृक्षासन योग*

वृक्षासन योग या ट्री पोज़ कई तरह की शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य की समस्याओं से राहत दिलाने में काफी कारगर अभ्यास हो सकता है। ट्री पोज़ आपके पैरों के जोड़ और टेंडन को मजबूत करने  के साथ शारीरिक संतुलन में सुधार करता है। कमर, जांघों, कूल्हों के अतिरिक्त तनाव को कम करने के साथ मन को शांत रखने और एकाग्रता को बढ़ावा देने के लिए विशेषज्ञ इस योग के रोजाना अभ्यास की सलाह देते हैं।

*भुजंगासन योग का अभ्यास*

शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य की समस्याओं को दूर करने में भुजंगासन योग के अभ्यास को भी विशेष लाभकारी माना जाता है। भुजंगासन योग या कोबरा पोज रीढ़ को मजबूत करने के साथ छाती और फेफड़ों को फैलाता है। इसके अलावा जिन लोगों को अक्सर तनाव और थकान की समस्या बनी रहती है उनके लिए भी इसके रोजाना अभ्यास को काफी फायदेमंद माना जाता है। साइटिका और अस्थमा की समस्याओं को ठीक करने के लिए भी नियमित रूप से इस योग का अभ्यास करना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। 

*अंततः निष्कर्ष यह निकलता है कि* यदि फिजिकली और मेंटली अपने को स्वस्थ रखना है तो योग से बेहतर उपाय और कुछ नहीं इसीलिए रोज करें योग स्वस्थ रहें मस्त रहें खुश रहें

Loading

Translate »