किसानों को नगर आयुक्त की बड़ी राहत- बायोरेमेडीएशन से नालों का गंदा पानी हो रहा साफ़

अलीगढ़ : अलीगढ़ नगर आयुक्त अमित आसेरी के सार्थक प्रयास से जल्द अलीगढ़ के दोनों (जाफरी एवं अलीगढ ड्रेन) नालों का गंदा काला पानी बायोरेमेडीएशन पद्धति से शुद्ध और सिंचाई के लिये उपयोगी होने जा रहा है।  इसके लिए नगर निगम द्वारा बहुत तेजी से कवायद की जा रही है पहले  चरण में नगर निगम ने इगलास रोड, मुकुंदपुर, मथुरा नगर, अलीगढ़ ड्रेन, जाफ़री ड्रेन से गंदे और काले पानी को बायोरेमेडीएशन की मदद से शुद्ध और प्रचुर मात्रा में ऑक्सीजन युक्त बनाने की कवायद की जा रही है।

*इस संबंध में महाप्रबंधक जल अनवर ख्वाजा ने नालों में बहने वाले वेस्ट वाटर में माइक्रो न्यूट्रेंट है गन्दे पानी में मल मूत्र, बैक्टीरिया तेल, शैम्पू,यूरिन जैसे हानिकारक तत्व होते है नगर निगम द्वारा नाले के इस गंदे पानी को बायोरेमेडीएशन प्रक्रिया से शुद्ध और ऑक्सीजन युक्त बनाने की कोशिश की जा रही है जिसके लिए चेन्नई की बायो ऑक्सिग्रीन कंपनी से सहयोग यह कवायद की जा रही है। उन्होंने बताया कि गंदे पानी में सीओडी, बीओडी, डीओ और टीएसएस तत्वों की अधिकता होती है बायोरेमेडीएशन प्रक्रिया से जहां एक और इन नालों के पानी में इन तत्वों की मात्रा मे कमी होगी तो निश्चित रूप से यह पानी सिंचाई के साथ-साथ मछलियों के जीवन यापन के लिए उपयोगी साबित होगा*

उन्होंने बताया कि बायोरेमेडीएशन प्रक्रिया के अंतर्गत विभिन्न बैक्टीरिया के समूह को टैंक में रखकर पाइप के जरिए नाले में बहने वाले पानी में छोड़ा जाता है कंपनी द्वारा रुपया ₹700 प्रति एमएलडी पानी का टिटमेंट किया जा रहा है और लगभग 175 एमएलडी नाले के पानी का ट्रीटमेंट किया जाना है। पानी की नपाई के लिए कंपनी द्वारा फ्लोमीटर भी नाले पर लगाया गया है।

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