झारखंड के ऋषभ ने जीता पोकरबाजी का भारतीय पोकर मास्टर्स 2023 टूर्नामेंट 

राँची के रहने वाले पेशेवर पोकर खिलाड़ी, ऋषभ हर्ष ने पोकर की अपनी उपलब्धियों के ताज में एक और हीरा जड़ लिया है। 2.17 लाख रुपए का नकद पुरस्कार जीतने वाले ऋषभ, पोकरबाजी द्वारा आयोजित भारतीय पोकर मास्टर्स टूर्नामेंट में विजेता बने हैं। उनका यह बेहतरीन सफर, शानदार उपलब्धियों के लिए उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।  

ऋषभ एक उत्सुक पोकर खिलाड़ी हैं, जोकि किसी भी अन्य खेल की तरह ही पोकर के खेल में निरंतर अभ्यास और कौशल को निखारते रहने की जरूरतों को समझते हैं। उन्होंने कॉलेज के दिनों में पोकर की दुनिया में कदम रखा था, जहाँ पोकर के खेल से जुड़ी कुशलता और रणनीतियों ने उनका ध्यान अपनी तरफ खींचा था। इससे वे इस खेल के बारे में और ज्यादा जानने के लिए प्रेरित हुए। शुरूआत में उन्होंने सोशल प्लेटफॉर्म पर पोकर में हाथ आजमाना शुरू किया और ऑनलाइन पोकर प्लेटफॉर्म पर महारत हासिल की। पहली बार ऋषभ को काफी नुकसान उठाने पड़े, लेकिन उन्होंने इसे अपनी सीख के रूप में लिया। उनहोंने अपने खेल पर लगातार काम करके और फ्रीरॉल एवं छोटे-छोटे टूर्नामेंट्स में रजिस्टर करने आत्मविश्वास हासिल किया।

अपनी जीत प, ऋषभ हर्ष ने कहा कि, “पोकर के मेरे सफर में आईपीएम टूर्नामेंट जीतना बहुत ही बड़ा मौका रहा है। यह जीत अपने खेल को बेहतर बनाने और कौशल को निखारने की मेरी प्रतिबद्धता और लगन का सबूत है। लोग भले ही पोकर को आसान और किस्मत का खेल मानते हों, लेकिन असल में यह मल्टीपल-हैंड रैंकिंग, कुशलता, धैर्य और रणनैतिक सोच का मिला-जुला खेल है। मैं इस टूर्नामेंट के लिए पोकरबाजी का शुक्रिया अदा करना चाहता हूँ, जोकि मेरे जैसे पोकर खिलाड़ियों को लगातार अपना कौशल निखारने और इस खेल को सीखते रहने का मौका देता है।“

ऋषभ, नेशनल पोकर सीरीज इंडिया 2023 के कई सारे फॉर्मेट में मेडल जीत चुके हैं। उनके माता-पिता पहले तो ऋषभ के इस शौक और इसे पेशेवर खेल के रूप में अपनाने को लेकर दुविधा में थे। लेकिन जब उनके माता-पिता को इसमें लगने वाला कौशल समझ आया, तब कॅरियर के चुनाव में उनका सहयोग किया और अब उनके सबसे बड़े समर्थक भी हैं। 

आईएमपीएस 2023 जीतने केक लिए ऋषभ को बधाई देते हुए, बाजी गेम्स के सीईओ और को-फाउंडर, नवकिरण सिंह ने कहा कि, “ऋषभ की जीत इस बात का सबूत है कि पोकर का खेल बड़े शहरों की सीमा पार कर चुका है और इसमें एक सफल कॅरियर बनाया जा सकता है। उनकी जीत की प्रशंसा करने के साथ मुझे पक्का यकीन है कि भविष्य में अनेक और दृढ़संकल्प खिलाड़ी पोकर में बड़ी उपलब्धियाँ हासिल करेंगे। ऋषभ जैसे लोगों की कहानियों से मुझे यकीन है कि आगे आने वाले सालों में भारतीय पोकर कम्युनिटी में केवल वृद्धि ही होगी।“

ऋषभ की उपलब्धि एक प्रेरक कहानी रही है, विशेषकर झारखंड जैसे क्षेत्रों के लिए जहाँ इसकी तरक्की और इसके प्रति लगन को प्रत्यक्ष रूप से देखा है। ऋषभ के इस सफर से साबित होता है कि लगातार सीखने और गहरे जुड़ाव से पोकर में ईनाम जीतने की संभावना उन लोगों के लिए काफी बढ़ जाती है जो इसकी जटिलता में महारत हासिल करने के प्रति समर्पित होते हैं। 

28% जीएसटी के हालिया संशोधन के बारे में ऋषभ ने कहा कि मेरा मानना है भारत में कई सारे लोगों को ऑनलाइन गेमिंग इंडस्ट्री ने काफी मदद की है। इस संशोधन का यह बुरा प्रभाव पड़ सकता है कि कई सारे बेहतरीन खिलाड़ियों को हम खो दें। उन्होंने सरकार को साझा समाधान निकालने का आग्रह किया जो इस क्षेत्र के लिए मददगार हो सके।

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