पेयजल की समस्या से आमजन हलाकान
बिलासपुर: जैसे-जैसे गर्मी का मौसम अपने पीक पर आता जा रहा है शहर में पानी की किल्लत उसी रफ्तार से बढ़ती जा रही है। अब तो शहर के अनेक वार्ड में पानी के लिए मारामारी मचनी शुरू हो गई है। नगर के जिम्मेदार जनप्रतिनिधि एवं संबंधित अधिकारी भी इस ओर से बेखबर हैं। अब जनता पानी के लिए परेशान हो रही है। जल ही जीवन है और बिना पानी के सब कुछ अधूरा है, लेकिन इन दिनों भारी गमी के कारण लोगों को बूंद-बूंद पानी के लिए तरसना पड़ रहा है। शहर के चारों तरफ पानी का संकट गहराया हुआ है और लोग पानी के लिए परेशान हैं। इसके बावजूद नगर निगम लोगों को पानी उपलब्ध नही करा पा रहा है। इस साल गमी ने लोगों की परीक्षा लेनी शुरू कर दी है।

अप्रैल के बाद मई में भी सूरज की तपिश ने जनजीवन को झुलसाने पर मजबूर कर दिया है। गर्मी का असर सिर्फ शरीर पर ही नहीं बल्कि जलापूर्ति पर भी पड़ा है। पिछले कुछ दिनों से नगर निगम के कई इलाकों में पानी की किल्लत बनी हुई है। यह समस्या किसी एक जगह की नहीं, बल्कि पूरे शहर में फैली हुई है। लोग पानी के लिए जूझ रहे हैं, परंतु समाधान की कोई दिशा नहीं दिख रही है। बढ़ती गर्मी और गिरते जलस्तर ने हालात और गंभीर बना दिए हैं। कहीं लोग सड़कों पर आकर विरोध कर रहे हैं, तो कही बाल्टी लेकर पार्षद के घर तक पहुंच रहे हैं। पड़ोसियों से मांगना पड़ रहा है।शहर में कई घर ऐसे हैं, जहां सरकारी नल से पानी आता है। लेकिन बेसमय और बार बार बिजली की कटौती के कारण पानी नहीं पहुंच पाता। जिनके घरों में बोरवेल हैं, वे भी पानी देने से कतराते हैं। लोगों का कहना है कि रोजाना पानी मांगने में उन्हें शर्म महसूस होती है।
बिजली बंद होने से भी पानी की समस्या बढ़ी
यदुनंदन नगर,दुर्गापारा, अपोलो अस्पताल के आसपास सिरगिट्टी, तिफरा, देवरीखुर्द, तालापारा, करबला और मंगला जैसे इलाकों में बार-बार बिजली बंद होने की वजह से पानी की किल्लत बनी हुई है। लोगों को पीने के पानी के लिए तरसना पड़ रहा है। स्थानीय निवासियों ने कई बार जनप्रतिनिधियों और प्रशासन से शिकायत की, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई अब तक नहीं हुई। प्रशासन की उदासीनता को लेकर लोगों में गहरा रोष है।उधर राजधानी में भी न्यायधानी की बिजली और चरमराई विद्युत व्यवस्था तथा जलसंकट को लेकर हड़कंप मच गया है। यही वजह है कि विद्युत वितरण कंपनी के सचिव डॉ. रोहित कुमार यादव को बिलासपुर आकर कलेक्टोरेट के मंथन सभागार में कंपनी और जिला प्रशासन के अधिकारियों की बैठक लेनी पड़ी। उन्होंने ठेकेयरों के भरोसे काम करने पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि अधिकारी खुद मौके पर जाकर काम करें और काम की गुणवत्ता की जांच करें। जिले में शायद ही कोई ऐसा क्षेत्र हो जहां बिजली की व्यवस्था ठीक हो। बिना बिजली के लोगों को पानी नही मिल रहा है। दिन और रात बिजली कटौती के कारण हाहाकार मचा हुआ है।
शहर समेत जिले में विद्युत व्यवस्था तत्काल दुरुस्त करें
भीषण गर्मी को देखते हुए निर्वाध विद्युत आपूर्ति बनाए रखने उपभोक्ताओं के विद्युत संबंधी समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए जरूरी कार्यवाही करने को कहा गया है। वंही विद्युत लाइनें की सतत निगरानी रखने, खराब विद्युत उपकरणों की शीघ्र मरम्मत, फेल ट्रांसफार्मटी की मरम्मत और लगाकर विद्युत आपूर्ति बनाए रखने के लिए सभी मैदानी अधिकारियों को पूरी सजगता से कार्य करने के निर्देश दिए गए हैं।
– डा. रोहित यादव, सचिव, स्टेट विद्युत वितरण कंपनी
बढ़ते तापमान ने बढ़ाई चिंता
जिले में लगातार तापमान बढ़ रहा है और पानी की समस्या भी उसी अनुपात में गंभीर होती जा रही है। गर्मी में पानी की सबसे ज्यादा जरूरत होती है, लेकिन नगर निगम पेयजल आपूर्ति में पूरी तरह विफल दिखाई दे रहा है। जलस्तर के गिरते जाने से संकट और गहराता जा रहा है।
अनेक बोर सूख चूके हैं
शहर में कई बोरवेल हैं, जिनका जलस्तर काफी नीचे चला गया है और वे सूखने की कगार पर पहुंच गए हैं। इन्हें सुधारने के लिए पाइप डालने की प्रक्रिया की जा रही है, लेकिन फिर भी जल संकट बरकरार है। लोग अब भी पानी के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
शहर में लगातार गर्मी और गिरते जलस्तर की वजह से समस्या बनी हुई है।नगर निगम समस्या से बेखबर नहीं है। नगर निगम का अमला लगातार इस कार्य में प्रयास कर रहा है। इस दिशा में पाइपलाइन बिछाने और पानी की व्यवस्था करने का कार्य हो रहा है।
-प्रवेश कश्यप, जोन कमिश्नर जोन क्रमांक दो, नगर निगम बिलासपुर
