नगर निगम अलीगढ़ की संपत्ति कर वसूली को शासन की मंशा के अनुरूप निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष पूर्ण करने जाने के लिए प्रयासरत नगर आयुक्त प्रेम प्रकाश मीणा ने अपर नगर आयुक्त राकेश कुमार यादव के साथ समीक्षा करते हुए सभी जोनल अधिकारी, कर अधीक्षक, राजस्व निरीक्षक व कर संग्राहको को लक्ष्य के सापेक्ष वसूली करने की हिदायत जारी की है। पिछले दिनों माननीय मुख्यमंत्री महोदय उत्तर प्रदेश शासन ने वीडियो कांफ्रेंसिंग में सभी नगर निकायों को लक्ष्य के अनुरूप राजस्व वसूली पूर्ण करने के निर्देश दिए थे। नगर आयुक्त ने माननीय मुख्यमंत्री जी के निर्देशों के क्रम में नगर निगम राजस्व वसूली की समीक्षा करते हुए शान द्वारा निर्धारित राजस्व वसूली के लक्ष्य को पूर्ण करने के निर्देश दिए हैं।

नगर आयुक्त ने समीक्षा बैठक में साफ कहा शहर के विकास के लिए राजस्व वसूली बेहद जरूरी है जन आकांक्षाओं के अनुरूप शहर में नाली सड़क खरंजा आदि निर्माण कार्य के लिए आर्थिक रूप से संपन्न होना बेहद जरूरी है इसके लिए सभी को राजस्व वसूली को गंभीरता से लेना होगा। नगर आयुक्त ने समीक्षा बैठक में निर्देश दिए प्रतिदिन प्रति ज़ोन जोनल अधिकारी के साथ समीक्षा की जाएगी कम वसूली व लापरवाही पर कार्रवाई भी की जाएगी।
मंगलवार को नगर आयुक्त प्रेम प्रकाश मीणा ने राजस्व वसूली में शिथिलता एवं दायित्व निर्वहन में लापरवाही बरतने पर जोन संख्या 3 में तैनात कर संग्राहक ललित शर्मा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। मंगलवार को जनसुनवाई करते हुए नगर आयुक्त ने लापरवाही बरतने के आरोप में कर संग्राहक के विरुद्ध लंबन की कार्रवाई की
नगर आयुक्त ने बताया कि बीते सोमवार को जोन सं० 3 की सम्पत्ति कर की समीक्षा बैठक में ललित शर्मा, कार्यवाहक कर संचायक के आवंटित वार्ड 15 व 30 की राजस्व वसूली निर्धारित लक्ष्य का क्रमशः 14.40 व 6.44 प्रतिशत पायी गयी। इसके अतिरिक्त बैठक में ललित शर्मा अनुपस्थित पाये गये। पूर्व में इनको लक्ष्य के सापेक्ष कम वसूली होने पर कारण बताओ नोटिस जारी किया गया, जिसमें लक्ष्य के सापेक्ष शतप्रतिशत वसूली कराये जाने के निर्देश दिये गये थे, किन्तु इनके द्वारा अपने दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही बरती गयी जिस कारण राजस्व वसूली प्रभावित हो रही है।
नगर आयुक्त ने बताया कि प्रथम दृष्टया ललित शर्मा को अपने दायित्वों के निर्वहन में शिथिलता बरतने तथा राजस्व वसूली को प्रभावित किये जाने का दोषी पाये जाने पर तत्काल प्रभाव से निलम्बित करते हुए प्रभारी कर निर्धारण अधिकारी के कार्यालय से सम्बद्ध किया गया है। निलम्बन अवधि में जीवन निर्वाह भत्ता के रूप में 1/2 वेतन व भते देय होंगे। उन्होंने बताया कि उक्त प्रकरण की जाँच के लिए वीर सिंह, सहायक नगर आयुक्त को जाँचाधिकारी नियुक्त किया गया है और जाँचाधिकारी के द्वारा आरोप पत्र निर्धारित अवधि में पृथक से जारी किया जायेगा।