राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु 10 फरवरी को नई दिल्ली के मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में वार्षिक राष्ट्रीय जनजातीय महोत्सव आदि महोत्सव 2024 का उद्घाटन करेंगी। इस अवसर पर केंद्रीय जनजातीय कार्य और कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री अर्जुन मुंडा भी उपस्थित रहेंगे। आदि महोत्सव 2024 का आयोजन 10 से 18 फरवरी, 2024 तक किया जाएगा। जनजातीय कार्य मंत्रालय के तत्वावधान में ट्राइफेड द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम भारत की जनजातीय विरासत की समृद्ध विविधता को प्रदर्शित करेगा।
आदि महोत्सव न केवल आदिवासी कारीगरों की असाधारण प्रतिभा और शिल्प कौशल को प्रदर्शित करने का एक मंच है, बल्कि आदिवासी समुदायों के सशक्तिकरण में बातचीत करने, सीखने और योगदान करने का एक अवसर भी है।
महोत्सव में 300 से अधिक स्टालों के साथ एक विस्तारित शो केस होगा, जिसमें जनजातीय कला, हस्तशिल्प, प्राकृतिक उपज और स्वादिष्ट जनजातीय व्यंजनों का विविध प्रदर्शन प्रस्तुत किया जाएगा। इस वर्ष, 1000 कारीगरों की भागीदारी ने इस आयोजन की जीवंतता को बढ़ा दिया है, जिससे आगंतुकों को उत्कृष्ट जनजातीय कृतियों के रचनाकारों के साथ जुड़ने का एक अनूठा अवसर मिलता है। इसके अलावा, शाम में देशभर के आदिवासी कलाकारों के प्रदर्शन के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। देश के विभिन्न हिस्सों के जनजातीय व्यंजनों (मौलिक स्वस्थ खाद्य पदार्थों) को प्रदर्शित करनेवाला एक अलग फूड कोर्ट भी स्थापित किया गया है।
आगंतुक सांस्कृतिक यात्रा का आनंद लेने के साथसाथ शिल्प कार्यशाला, आदिचित्र (पेंटिंग प्रदर्शन) कार्यक्रम और उद्योग उन्मुख बिजनेस टू बिजनेस सत्र जैसी कार्यशालाओं में भाग ले सकते हैं। एसोचैम, पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री, भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई), डीआईसीसीआई, दिल्ली चैंबर ऑफ कॉमर्स, इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स और फिक्की से जुड़े उद्योग जगत की अग्रणी हस्तियां इन सत्रों में भाग लेंगे, जो उद्यमशीलता उद्यमों के माध्यम से आदिवासी उत्पादों को बढ़ाने में योगदान देंगे।