नगरीय क्षेत्र में आवासीय कालोनी आपर्टमेंट व अन्य रिहायशी एरिया में पालतू डॉग और कैट को बिना नगर निगम की अनुमति लाइसेंस के पालना आने वाले दिनों में काफी भारी पड़ने वाला है। सोमवार को नगर आयुक्त ने डॉग लाइसेंस की समीक्षा करते हुए कम लाइसेंस बनवाने पर नाराजगी जाहिर करते हुए अगले 15 दिनों आवासीय कॉलोनी अपार्टमेंट मोहल्ले में टीमें भेज कर घरों में पालतू डॉग और कैट का लाइसेंस चेक करने के निर्देश दिए है साथ ही चेकिंग में बिना लाइसेंस मिलने पर पशुपालक के विरुद्ध नगर निगम अधिनियम की सुसंगत धाराओं में कार्यवाई करने की नसीहत जारी की है।
नगर आयुक्त अमित आसेरी ने बताया नगरीय क्षेत्र में पशुपालकों की सहूलियत को ध्यान में रखते हुए नगर निगम द्वारा लगातार कैंप आयोजित कर पालतू डॉग और कैट का पंजीकरण कराए जाने की व्यवस्था की गई परंतु स्थानीय लोग अभी भी अपने पालतू जानवर का लाइसेंस नहीं बनवा रहे हैं जो गलत है। उन्होंने बताया पशुपालकों के लिए अपने पालतू पशु का पंजीकरण कराना अनिवार्य है नगर निगम अलीगढ़ द्वारा आप टीम गठित की गई है जो घर-घर जाकर पंजीकरण करने के साथ-साथ पालतू डॉग व कैट के पालने होने की जानकारी को भी चेक करेंगे।
नगर आयुक्त ने डॉग कैट पंजीकरण से लाभ के बारे में बताया कि लाइसेंस से कुत्ता पालक को “वैधानिक स्वामी” की हैसियत, पालतू डॉग द्वारा खुली सड़क पर गंदगी से बचाव हेतु एवं अन्य प्रकार की जैसे रैवीज से बचाव बीमारी से बचाव, कुत्ता पालक एवं आम जनमानस को सुरक्षा के दृष्टिगत, डॉग सो (Dog Shows) में भाग लेने का मौका, नगर निगम अधीनयम में उल्लेखित धारा के अन्तर्गत किसी भी प्रकार की चालान/कार्यवाही से बचाव,कुत्ते का टीकाकरण हुआ है अथवा नही, डॉग की पहचान।
नगर आयुक्त ने कहा डॉग व कैट पालक द्वारा 31 मार्च 2024 तक अपने पालतू पशु का पंजीकरण नहीं कराया जाता है तो नगर नगम अधिनियम तथा मा. कार्यकारणी द्वारा पास डॉग स्वामी पर ₹5000 का जुर्माना तथा डॉग को जब्त करने की कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने बताया पंजीकरण व्यवस्था को सरल और पब्लिक की सहूलियत को ध्यान में रखते हुए नगर निगम द्वारा सभी वेटरिनरी क्लिनिक और डॉग शो आयोजन कर्ताओं से अपील की जाती है कि उनके संपर्क में आने वाले सभी पालतू डॉग्स कैट का पंजीकरण नगर निगम में अनिवार्य कराए।
नगर आयुक्त ने कहा नगर निगम अब नगरीय क्षेत्र में होने वाले सभी डॉग्स शो वेटरिनरी क्लिनिक पर भी नजर बनाए हुए हैं यहां पर भी रेंडम चेकिंग की जाएगी। नगर आयुक्त ने कहा नगरीय क्षेत्र में 133 पशु प्रेमी ने ही आगे आकर अपने डॉग का पंजीकरण कराया है जबकि एक बहुत बड़ी संख्या डॉग व कैट पालक अभी भी पंजीकरण से रह गए है। पशु चिकित्सा कल्याण अधिकारी राजेश वर्मा ने बताया विदेशी बड़ी जाति पर 600 विदेशी छोटी जाति के 500 और इंडिया नस्ल के पालतू जानवर का ₹200 पंजीकरण शुल्क है।