वाराणसी : नई सुबह के संस्थापक व मनोचिकित्सक डॉ. अजय तिवारी के पहल पर नई सुबह इंस्टीट्यूट आफ मेंटल हेल्थ एंड बिहेवियरल साइंसेज, वाराणसी व सनबीम वुमेंस कॉलेज, वरुणा के संयुक्त तत्वाधान में *परीक्षा एवं परीक्षा परिणाम का विद्यार्थियों पर प्रभाव*विषयक एकदिवसीय नि:शुल्क कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसे मुख्य वक्ता के रूप में संबोधित करते हुए काशी हिंदू विश्वविद्यालय स्थित एआरटी सेंटर, एस एस हॉस्पिटल, आईएमएस के वरिष्ठ परामर्शदाता व मनोवैज्ञानिक डॉ मनोज तिवारी ने कहा कि विद्यार्थी परीक्षा के समय नियमित दिनचर्या, संतुलित आहार पर्याप्त नींद, लिखित अध्ययन सारिणी, खेलकूद, व्यायाम एवं संतुलित मनोरंजन के माध्यम से अच्छे से तैयारी कर सकते हैं तथा परीक्षा परिणाम खराब आने पर धैर्य, सकारात्मक सोच, दूसरों से तुलना न करके, सतत प्रयास एवं मेहनत के द्वारा जीवन में उच्च सफलता अर्जित कर सकता है। ऐसी स्थिति में अभिभावक, शिक्षक एवं सहपाठियों की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। डॉ तिवारी ने तनाव के नकारात्मक प्रभाव की चर्चा करते हुए उससे बचाव के व्यावहारिक उपायो से भी छात्रों को अवगत कराया।
नई सुबह संस्था के नैदानिक मनोवैज्ञानिक प्रज्ञा मित्रा ने पीपीटी के माध्यम से परीक्षा परिणाम के सकारात्मक एवं नकारात्मक प्रभावों की विस्तार से चर्चा करते हुए विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से छात्रों को तनाव मुक्त रहने के उपाय से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि सकारात्मक सोच खराब रिजल्ट के दुष्प्रभाव को कम करने का सबसे अच्छा तरीका है। छात्रों को रिलैक्सेशन एक्सरसाइज का अभ्यास कराया।
नई सुबह संस्था के उपनिदेशक राजीव कुमार सिंहा ने संस्था द्वारा संचालित विभिन्न गतिविधियों का परिचय दिया तथा संस्था की पुनर्वास मनोवैज्ञानिक अर्पित मिश्रा ने मनोविज्ञान के क्षेत्र में जाँब की संभावनाओं के बारे में चर्चा किया।
कार्यशाला का शुभारंभ डॉ मनोज तिवारी, सनबीम वुमेंस कॉलेज, वरुणा के प्राचार्य डॉ राजीव सिंह, एकेडमिक हेड डॉ मनीषा सिंह, मनोविज्ञान की सहायक आचार्य सौम्या चंद्रा एवं निशिता, प्रज्ञा मित्रा, अर्पित मिश्रा एवं राजीव कुमार सिंहा ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। कार्यशाला में बड़ी संख्या में सनबीम वुमेंस कॉलेज, वरुणा तथा नई सुबह संस्थान के छात्राओं ने सहभागिता किया तथा विशेषज्ञों से प्रश्न पूछ कर अपनी जिज्ञासा पूर्ण किया। अतिथियों का स्वागत डॉ राजीव सिंह तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ मनीषा सिंह ने किया।