03 जून विश्व साइकिल दिवस पर विशेष-
– सुरेश सिंह बैस शाश्वत
विश्व साइकिल दिवस एक विशेष दिन है जिसका आनंद किसी भी तरह से सभी लोगों द्वारा उठाया जाना चाहिए। मानव प्रगति और प्रगति के प्रतीक के रूप में “सहिष्णुता, अनुशासन, समझ और सम्मान को बढ़ावा देता है और सामाजिक समावेशन और शांति की संस्कृति को आगे बढ़ाता है। इसी संदर्भ में हो रही है बात साइकिल की तो साइकिल “टिकाऊ ट्रांसपोर्ट का प्रतीक है और टिकाऊ खपत किसी भी उत्पाद को बढ़ावा देने के लिए एक सकारात्मक संदेश देता है, और रचनात्मक पर सकारात्मक प्रभाव डाला जाता है। हर साल 3 जून को दुनियाभर में विश्व साइकिल दिवस मनाया जाता रहा है। दरअसल विश्व साइकिल दिवस मनाने के पीछे कई उद्देश्य और फायदे हैं। जैसे साइकिल हमारे पर्यावरण के लिए फायदेमंद हैं तो वहीं साइकिल चलाना सेहत के लिए भी लाभकारी है। तो वहीं कहीं ना कहीं साइकिल चलाने से बचत को भी बढावा मिलता है। वहीं जैसे आप कंही दस बारह किलोमीटर अन्य गाड़ी में जाएंगे तो खर्च होगा लेकिन साइकिल में पूरी तरह से आपका बचत होगा। विश्व साइकिल दिवस 2024 का इस वर्ष थीम रखा गया है-“स्वास्थ्य, समानता और स्थिरता के लिए साइकिलिंग।”क्या आपको वह आनंददायक क्षण याद है जब आपने पहली बार बिना प्रशिक्षण पहियों के बाइक चलाई थी? पहियों के प्रत्येक मोड़ के साथ हवा और रोमांच को महसूस किया था साइकिल सीखते समय कितने बार गिरे घुटनों में चोट और न जाने शरीर में कई जगह चोट पहुंचती थी लेकिन साइकिल सीखने और चलाने का कुछ अलग ही रोमांच और आनंद था, जो केवल महसूस किया जा सकता है। आइए 3 जून को विश्व साइकिल दिवस के महत्व को जानें और बचपन के उस जादुई अनुभव का आनंद मनाएं।साईकिल चलाना सीखना जीत और गिरावट से चिह्नित एक मील का पत्थर है।
कुछ खरोंचों के बावजूद, यादें हमारे साथ बनी रहती हैं। पुरानी यादों से परे, साईकिलिंग आज व्यावहारिक लाभ प्रदान करती है न केवल व्यायाम बल्कि पर्यावरण मित्रता भी।विश्व साइकिल दिवस साइकिलिंग की स्थायी, बहुमुखी अपील को मान्यता देता है। व्यक्तिगत आनंद से परे, यह भलाई और स्थिरता को बढ़ावा देता है, जिससे व्यक्तियों और लोगों को लाभ होता है। चाहे पहियों के साथ सवारी करना हो या अकेले, साइकिल चलाने का आनंद लेने के लिए अपने 2024 कैलेंडर पर 3 जून को चिह्नित करें।
यह दोस्तों और परिवार के साथ आस-पड़ोस की यात्राओं पर बचपन की सुखद यादें ताज़ा करने का दिन है। कई लोग काम पर जाने के लिए आज भी साईकिल चलाते हैं या दैनिक आवागमन में साइकिल को शामिल करने पर विचार करते हैं। आईए जरा विश्व साइकिल दिवस का महत्व भी समझ लें, फिटनेस – यह व्यावहारिकता और व्यायाम के संयोजन से विश्व स्तर पर लाखों लोगों द्वारा उपयोग किए जाने वाले सक्रिय परिवहन को प्रोत्साहित करता है। पर्यावरण – शून्य उत्सर्जन के साथ, यह स्वच्छ और हरित परिवहन है। सामाजिक – यह समान विचारधारा वाले साइकिल चालकों के बीच रोमांच और बंधन को बढ़ावा देता है। 3 जून को विश्व साइकिल दिवस साईकिल चलाने के मजे का जश्न मनाने का मौका है। यह विशेष दिन बिना प्रशिक्षण साईकिल के पहियों की सवारी करना सीखने की यादें वापस लाता है। यह जादू और रोमांच जैसा लगता है! विश्व साइकिल दिवस दिखाता है कि कैसे साईकिलें हमें आजादी देती हैं और हमें जोड़ती हैं। यह साइकिल चलाने के लिए हर जगह सुरक्षित सड़कों की हमारी आशा को नवीनीकृत करता है। इस दिन साइकिल की सरल खुशी का सम्मान करके, हम अधिक स्वच्छ परिवहन वाले भविष्य की आशा करते हैं। साईकिल चलाने से दुनिया अधिक खुली और मैत्रीपूर्ण महसूस होती है। यह दिन हमें याद दिलाता है कि साईकिल किस तरह हमारे जीवन को बेहतर बना सकती है। अब एक फनी और मजाकिया लेकिन सत्य भी आपको बताता हूं जो सुनने में अटपटा लगे साइकिल की सवारी किसी भी देश की अर्थव्यवस्था जीडीपी के लिए बेहद हानिकारक है….!
एक साइकिल चलाने वाला देश के लिए बहुत बड़ी आपदा है…..? आप सोच रहे होंगे यह मैंने क्या लिख दिया। अरे भाई बहुत कुछ ऐसी है एक साइकिल चलाने वाला……वो गाड़ी नहीं खरीदता, वो लोन नहीं लेता, वो गाड़ी का बीमा नहीं करवाता, वो तेल नहीं खरीदता, वो गाड़ी की सर्विसिंग नहीं करवाता, वो पैसे देकर गाड़ी पार्किंग नहीं करता, वो ट्रैफ़िक फाइन नहीं देता, और तो और वो मोटा (मोटापा) नहीं होता। जी हां . यह सत्य है कि एक स्वस्थ व्यक्ति अर्थव्यवस्था के लिए सही नहीं है, क्योंकि…वो दवाईयां नहीं खरीदता, वो अस्पताल व चिकित्सक के पास नहीं जाता वो राष्ट्र की जीडीपी में कोई योगदान नहीं देता।ठीक इसके विपरित एक फ़ास्ट फूड की दुकान तीस नौकरी पैदा करती है……..जैसे हृदय चिकित्सक, दंत चिकित्सक, वजन घटाने वाले….आदि आदि….तो मेरे सभी भाई बंधुओ से विनम्र आग्रह है कि उक्त सभी फायदाओं को देखते हुए निश्चित तौर पर साइकिल चलाने के लिए विचार करें और साइकिल चलाने के लिए उचित निर्णय लेवें।