सक्षम काशी प्रांत के स्थापना दिवस के अवसर पर भारतीय शिक्षा मंदिर, कैंट, वाराणसी में आयोजित कार्यक्रम में दिव्यांगता के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने हेतु पहल संस्था, वाराणसी के संस्थापक अध्यक्ष एवं प्रसिद्ध मनोवैज्ञानिक डॉ. मनोज कुमार तिवारी को अंग वस्त्र एवं स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया। विदित हो कि डॉ. तिवारी विगत 23 वर्षों से दिव्यांगजनों के जागरूकता, शीघ्र पहचान, दिव्यांगता निवारण, शिक्षण, प्रशिक्षण व पुनर्वास कार्यक्रमों में अपनी सेवाएं प्रदान करतें आ रहे हैं। डॉ. तिवारी द्वारा लिखित शिक्षा मनोविज्ञान, बाल विकास एवं अधिगम व मानव वृद्धि एवं विकास पुस्तकें डी.एड (विशेष शिक्षा) के छात्रों एवं शिक्षकों के लिए अत्यंत उपयोगी हैं। उनके द्वारा लिखित पुस्तक “दिव्यांगता: समग्र उपागम” दिव्यांगता के क्षेत्र में जागरूकता के लिए उल्लेखनीय रचना है। डॉ तिवारी दिव्यांगजनों के अधिकार तथा जनजागरूकता हेतु सतत् रूप से समाचार पत्रों एवं पत्रिकाओं में लेख लिखते रहतें हैं। पहल संस्था व्दारा दिव्यांगजनों को निशुल्क मनोवैज्ञानिक सेवाएं भी प्रदान की जाती है। पूर्व में भी कई संस्थाओं द्वारा डॉ तिवारी को दिव्यांगता के क्षेत्र में कार्यों करने हेतु सम्मानित किया जा चुका है।