मेघदूत साहित्यिक संस्था की द्वितीय वर्षगाँठ दिल्ली पब्लिक लाइब्रेरी के गीतांजलि सभागार में धूम-धाम से मनाई गई

संस्था द्वारा आयोजित वार्षिक प्रतियोगिता ‘काव्य कसौटी” के अंतिम पड़ाव ‘मेघ मल्हार द्वितीय’ के पावन अवसर पर देश के अलग-अलग प्रांतों से असंख्य साहित्य प्रेमी उपस्थित हुए।

संस्था अध्यक्ष श्री रमेश चंद्र विनोदी जी ने बताया कि यह प्रतियोगिता जून माह में आरम्भ हुई, जिसमे साहित्य की पांच अलग-अलग विधाओं पर सृजन करवाया गया।  उन्होंने बताया कि आभासी दुनिया से निकल कर आज दिल्ली पब्लिक लाइब्रेरी प्रांगण में  प्रतियोगिता के अंतिम चरण में सभी रचनाकारों द्वारा काव्य प्रस्तुति दी गई और विजेताओं को पुरस्कार वितरण किए गए। डॉ प्रिया शर्मा जी ने अपने बेहतरीन प्रदर्शन से सबका मन जीतते हुए “काव्य कुंदन” की सर्व श्रेष्ठ उपाधि प्राप्त की , लिखित प्रतियोगिता में सुनिता कोगटा जागेटिया जी ने प्रथम आते हुए, विभिन्न चरणों में पुरस्कार जीते।  योगमाया शर्मा जी को सर्वश्रेष्ठ टिप्पणीकार, राजीव मिश्रा की को पंसदीद रचनाकार , प्रकाश कुमार जी को काव्य मयूर और प्रतिष्ठा प्रीत जी को काव्य सारिका सम्मान से सुशोभित किया गया। 

संस्था द्वारा अपने द्वितीय काव्य-संग्रह ‘काव्य कसौटी’ का विमोचन भी आज ही के दिन हुआ।  काव्य संग्रह का सम्पादन श्रीमती रीना धीमान जी एवं प्रकाशन श्री शोभित गुप्ता (अशोषीला प्रकाशन) द्वारा किया गया।  विमोचन के अवसर पर अध्यक्ष जी के साथ वरिष्ठ साहित्यकार श्री अमरनाथ अग्रवाल जी, मुख्य अतिथि श्री बाबूलाल सांखला जी, विशिष्ट अतिथि में श्रीमती अनुराधा पांडेय जी और भावना अरोड़ा ‘मिलन’ जी की गरिमामयी उपस्थिति रही।‌ संस्था के सम्माननीय आचार्यगण अमिता अग्रवाल जी, महेश बिसौरिया ‘माही’ जी, अबरार अंसारी जी, करुणा अथैया जी व् शिखा बाहेती जी भी उपस्थित रहे। 

अबरार अंसारी जी और एकता कोचर रेलन जी के शानदार संचालन में आयोजन ने खूब वाह-वाही बटोरी।  आयोजन प्रभारी महेश बिसौरिया जी ने आयोजक मंडल के प्रयासों को सराहते हुए कहा कि यह सब सुमेधा सिसोदिया जी, राम किशोर राम जी, योगी रमेश कुमार जी, अरुण कुमार अरुण जी, गोपाल ‘सौम्य सरल’ जी,अभिनव आलोक कर्ण व् अरुणिमा दास जी  की दिन-रात की मेहनत है जिसके परिणामस्वरूप यह भव्य आयोजन हो पाया।  श्री विनोदी जी ने पुनः सभी उपस्थित अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए कार्यक्रम के समापन की उद्घोषणा की।

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