स्वामी सहजानंद जी के किसानों और मज़दूरों के प्रति विचारों को देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ज़मीन पर उतार रहे हैं

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने आज बिहार की राजधानी पटना में स्वामी सहजानंद सरस्वती जी की जयंती के अवसर पर आयोजित ‘किसान-मजदूर समागम’ को संबोधित किया

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने बिहार की राजधानी पटना में स्वामी सहजानंद सरस्वती जी की जयंती के अवसर पर आयोजित ‘किसान-मज़दूर समागम’ को संबोधित किया। अपने संबोधन में अमित शाह ने कहा कि स्वामी सहजानंद जी ने बिहार को अपनी कर्मभूमि बनाकर अंग्रेज़ों के साम्राज्य के खिलाफ संघर्ष किया, ज़मींदारी प्रथा का विरोध किया, मज़दूरों का नेतृत्व किया और जाति, धर्म, पंथ और संप्रदाय से ऊपर उठकर देशभर के किसानों को एकत्रित करने का काम किया। उन्होंने कहा कि स्वामी सहजानंद जी और सुभाष चंद्र बोस एक ही विचारधारा से जुड़े हुए थे। स्वामी जी ने सन्यासी होने के बावजूद आज़ादी के आंदोलन में मुखर होकर हिस्सा लिया और जब ज़मींदारों द्वारा जबरन किसानों से कर वसूला जाता था तब उन्होंने “कैसे लोगे मालगुज़ारी, लट्ठ हमारा ज़िन्दाबाद” का नारा दिया था। शाह ने कहा कि स्वामी जी ने उस वक्त कहा था कि “जो अन्न, वस्त्र उपजाएगा, अब वो कानून बनाएगा, ये भारतवर्ष उसी का है, अब वही शासन चलाएगा”। किसान और मज़दूर को भारत की सभी व्यवस्थाओं के केन्द्र में लाने का काम स्वामी जी ने किया। उन्होंने कहा कि आज स्वामी जी का बिहार गर्त में जा रहा है और हम सबको इसे बचाने के लिए मिलकर प्रयास करने होंगे।

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी का मानना है कि बिहार में डेयरी क्षेत्र में बहुत संभावनाएं हैं, क्योंकि यहां पानी, भूमि और मेहनतकश किसान हैं और अगर यहां व्यवस्थाएं ठीक हों, तो बिहार पूरे देश में सबसे अधिक दुग्ध उत्पादन वाला राज्य बन सकता है। जब पूरे देश में गेहूं और धान की खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य पर होती है, तो बिहार में क्यों नहीं होती। बिहार सरकार को किसानों की चिंता नहीं है। उन्होंने कहा कि आज बिहार में जंगलराज है और इसके खिलाफ हमें मिलकर लड़ाई लड़नी है।

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में केन्द्रीय सहकारिता मंत्रालय ने 2 लाख पंचायतों में सहकारी डेयरी बनाने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि डेयरी के लिए देश में सबसे उपयुक्त जगह बिहार है क्योंकि यहां डेयरी क्षेत्र के विकास के लिए सभी ज़रूरी संसाधन उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत अब तक 12 किस्तों में सवा 2 लाख करोड़ रूपए किसानों के बैंक खातों में पहुंचाने का काम श्री नरेन्द्र मोदी जी ने किया है और इसके माध्यम से देश के करोड़ों किसानों ने अपने जीवन में परिवर्तन महसूस किया है। उन्होंने कहा कि मोदी जी नीमकोटेड यूरिया लाए जिससे देशभर में इसकी कालाबाज़ारी बंद हो गई, लेकिन बिहार में इसकी कालाबाज़ारी चल रही है, इसीलिए यहां किसानों को यूरिया नहीं मिल रहा है। उन्होंने कहा कि अगर बिहार में भी डबल इंजन की सरकार बन जाए, तो बिहार देश का सबसे समृद्ध राज्य बन जाएगा। अमित शाह ने कहा कि स्वामी सहजानंद जी के किसानों और मज़दूरों के प्रति विचारों को देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ज़मीन पर उतार रहे हैं।

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