बीती देर रात खुले में सोने वाले लोगों की चेकिंग पर निकले नगर आयुक्त को कठपुला के निकट वेंडिंग ज़ोन में कुछ लोग शीत लहर में सोते हुए मिले जिनको नगर आयुक्त ने उठाया तो उनमें से एक परिवार में दो बच्चे अपने पिता के साथ सोते हुए मिले भावुक हुए नगर आयुक्त ने खुले में सोने की वजह पूछी पिता ने उत्तर दिया बच्चों की माता नहीं है दिन में मजदूरी करता हूं रैन बसेरे में बच्चों को लिटाने के लिए जगह नहीं है नगर आयुक्त ने तत्काल एक्शन लेते हुए मौके पर खाली पड़े वेंडिंग जोन में ही इन बच्चों और अन्य लोगों के लिए अतिरिक्त रेन बसेरा तब्दील करने के निर्देश दिए। नगर आयुक्त के एक्शन पर रात में ही नगर निगम ने कठपुला के निकट बने अस्थाई रैन बसेरे के बराबर में खाली पड़े वेंडिंग जोन में रेन बसेरा बनवाया। रैन बसेरे के बन जाने से लोगों ने यहां पर शरण ली और दोनों बच्चे अपने पिता के साथ वहाँ विश्राम करने लगे।
खुले में सोने वालों लोगों के परंपरागत स्थल गांधी पार्क सूत मिल कंपनी बाग शमशाद मार्केट कठपुला बरछी बहादुर जीटी रोड रामघाट रोड मीनाक्षी पुल गूलर रोड दिल्ली गेट चौराहा उदय सिंह जैन रोड पर रोजाना रात्रि 10:00 बजे से नगर आयुक्त अपने अधीनस्थों के साथ खुले में सोने वाले लोगों को समझाते हुए घूम रहे हैं। खुले में सोते हुए पाए जाने पर नगर आयुक्त नगर निगम की गाड़ियों से नजदीकि रैन बसेरे में लोगों को भिजवाते हैं।
गांधी पार्क शेल्टर होम में फिरोजाबाद से आए एमएससी साइंस के प्रतियोगी छात्रों द्वारा विश्राम करते हुए छात्रों से नगर आयुक्त ने बात की शेल्टर होम में व्यवस्थाओं के बारे में छात्रों ने संतोष व्यक्त करते हुए नगर आयुक्त का आभार जताया तो वहीं छात्रों को नगर आयुक्त ने उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी।
नगर आयुक्त द्वारा देर रात्रि शीत लहर में एक प्रशासनिक अधिकारी के रूप में सड़कों पर घूम घूम कर खुले में सोने वाले लोगों को समझाने अलाव की निगरानी शेल्टर होम के निरीक्षण के सार्थक परिणाम सामने दिखने लगे हैं बीती रात बहुत कम संख्या में लोग खुले में सोते हुए नगर निगम सीमा में दिखाई दिए नगर निगम के 8 शेल्टर होम पूरी क्षमता के साथ भरे हुए मिले जहां पर जगह थी उन रेन बसेरों में नगर आयुक्त ने अतिरिक्त पलंग रजाई गद्दे लगाने के लिए कहा।
अपर नगर आयुक्त राकेश कुमार ने नगर निगम द्वारा संचालित शैल्टर होम और रैन बसेरों के स्थान और क्षमता के बारे में बताया कि नगर निगम द्वारा कुल 08 स्थानों पर शैल्टर होम और रैन बसेरें संचालित किये जा रहे है जिनमें ….
शैल्टर होम/रैन बसेरे(स्थाई)
- नगर निगम जोन-02 गांधी पार्क शैल्टर होम पुरूष और महिला जिसकी क्षमता 100 व्यक्ति है।
- गूलर रोड निकट पुंराना हैजा अस्पताल शैल्टर होम पुरूष और महिला जिसकी क्षमता 60 व्यक्ति है।
- भुजपुरा चौराहे के पास शैल्टर होम पुरूष और महिला/बच्चों के लिये जिसकी क्षमता 160 व्यक्ति है।
शैल्टर होम/रैन बसेरे(अस्थाई)
- कठपुला के पास अस्थाई रैन बसेरा महिला व पुरूष जिसकी क्षमता 75 व्यक्ति है व अतिरिक्त वैंडिंग ज़ोन में 35 व्यक्ति
- शमशाद मार्केट रोड निकट कलेक्ट्रेट के सामने अस्थाई रैन बसेरा जिसकी क्षमता 45 व्यक्ति है।
- केला नगर चौराहे के पास निकट लेबन ट्री होटल से आगे जिसकी क्षमता क्षमता 50 व्यक्ति है।
- मसूदाबाद बस स्टैण्ड के अंदर अस्थाई रैन बसेरा जिसकी क्षमता 75 व्यक्ति है।
- सूतमील बस स्टैण्ड के पास के अस्थाई रैन बसेरा जिसकी क्षमता 75 व्यक्ति है।
नगर आयुक्त विनोद कुमार ने बताया नगर निगम के सभी शैल्टर होम में निःशुल्क विश्राम करने की व्यवस्था है शैल्टर होम/रैन बसेरा में गद्दे कबल, पेयजल, शौचालय, प्रकाश, प्राथमिक उपचार, साफ सफाई, बच्चों व दिव्यांगजनों के विश्राम की सुविधा, महिला और पुरूष सुरक्षा कर्मी की व्यवस्था है।
महापौर प्रशांत सिंघल ने कहा कि निराश्रित/बेसहारा एवं खुले में रहने वाले व्यक्तियों को राहत देने के लिए नगर आयुक्त और उनकी पूरी टीम बधाई की पात्र है एक प्रशासनिक अधिकारी के रूप में नगर आयुक्त द्वारा देर रात्रि जगह-जगह घूम कर लोगों को समझाया जाना उनको रैन बसेरे में छुड़वाया जाना एक सराहनीय पहल है। उन्होंने कहा इसी तरह सामाजिक संगठन नगर निगम और नगर आयुक्त का सहयोग करें रात्रि में निकले खुले में सोने वाले लोगों को नजदीकि रेन बसेरे में भिजवाने के लिए नगर निगम का सहयोग करें।
निरीक्षण में नगर आयुक्त के साथ अपर नगर आयुक्त राकेश कुमार यादव, सहायक नगर आयुक्त वीर सिंह कर अधीक्षक बेचेन सिंह मीडिया सहायक अहसान रब, स्टेनों देशदीपक आदि साथ थे।