भारतीय विकेटकीपर-बैट्समैन संजू सैमसन अपने करियर के एक अहम् मुकाम पर पहुँचने के करीब हैं। वे अब टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में भारत के सबसे ज्यादा रन बनाने वालों की लिस्ट में अपने वर्तमान आईपीएल कोच गौतम गंभीर को पीछे छोड़ने से सिर्फ 92 रन दूर हैं। सैमसन ने अब तक 841 रन बनाए हैं, और उन्हें गंभीर के 932 रन को पार करने के लिए बस 92 रन की आवश्यकता है।
गंभीर ने वर्ष 2018 में इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। उन्होंने भारत के लिए वर्ष 2007 से 2012 के बीच 37 टी20 मैच खेले, जिसमें उन्होंने 932 रन बनाए। उनका औसत 27.16 और सर्वोच्च स्कोर 52 रन रहा। वहीं, संजू ने 2015 में अपनी शुरुआत के बाद से 13 टी20 मैच खेले हैं। हालाँकि, उनका इंटरनेशनल टी20 रिकॉर्ड अभी तक इतना शानदार नहीं रहा है, लेकिन उनकी बल्लेबाजी की क्षमता आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स के लिए बेहतरीन प्रदर्शन से साफ झलकती है।
गंभीर को पीछे छोड़ने की दौड़ संजू सैमसन के करियर के एक अहम् मोड़ साबित हो सकती है। भारतीय टी20 टीम में कड़ी प्रतिस्पर्धा के बीच, यह उपलब्धि उन्हें एक स्थिर और निरंतर प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी के रूप में अपनी स्थिति मजबूत करने में मदद कर सकती है। हालाँकि, गंभीर को पीछे छोड़ने के बाद, भारत के टी20 रन-स्कोरर्स की सूची में और ऊपर जाने के लिए सैमसन को लंबा रास्ता तय करना है।
सूची में फिलहाल सबसे ऊपर रोहित शर्मा हैं, जिन्होंने 159 मैचों में 4,231 रन बनाए हैं, उनका औसत 32.05 है। इसके बाद विराट कोहली का स्थान है, जिन्होंने 125 मैचों में 4,188 रन बनाए हैं और उनका औसत 48.69 है।
सूर्यकुमार यादव तीसरे स्थान पर हैं, जिनके नाम 80 मैचों में 2,582 रन हैं, और उनका स्ट्राइक रेट 167.55 है। केएल राहुल और शिखर धवन क्रमशः 2,265 और 1,759 रन के साथ टॉप फाइव में शामिल हैं।
टॉप फाइव से बाहर भी कई खिलाड़ियों के रिकॉर्ड शानदार हैं। हार्दिक पांड्या, जो भारत के सबसे गतिशील ऑलराउंडर्स में से एक हैं, उन्होंने पहले ही 1,710 रन बना लिए हैं, जबकि एमएस धोनी, भारत के दिग्गज कप्तान, के नाम 1,617 रन हैं। एक अन्य प्रमुख खिलाड़ी, सुरेश रैना ने अपने टी20 करियर के दौरान 1,605 रन बनाए हैं।
सैमसन को अपने रन-टैली में इजाफा करने का अगला मौका भारत की आगामी टी20 सीरीज़ में मिल सकता है, जहाँ वे अपनी क्षमता को महत्वपूर्ण रन में बदलने की कोशिश करेंगे। 29 वर्षीय सैमसन की क्रिकेट खेलने और पारी में जान डालने की बेजोड़ क्षमता उन्हें भारत के टी20 भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी के रूप में उकेर सकती है। गंभीर को पीछे छोड़ना सैमसन न सिर्फ एक प्रतीकात्मक उपलब्धि होगी, बल्कि यह सैमसन की इस दृढ़ संकल्प को भी दर्शाएगा कि वे भारतीय क्रिकेट इतिहास में अपनी जगह पक्की करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।