दिल्ली विधानसभा चुनाव में करारी हार के एक दिन बाद, मुख्यमंत्री अतिशी ने आज उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना से मुलाकात कर अपना इस्तीफा सौंप दिया। इसके साथ ही, राष्ट्रीय राजधानी की सातवीं विधानसभा को भंग कर दिया गया।
इस चुनाव में बीजेपी ने 70 में से 48 सीटें जीतकर ऐतिहासिक जीत दर्ज की, जो 2020 के मुकाबले 40 सीटों की बढ़त है। वहीं, आम आदमी पार्टी (AAP) को करारा झटका लगा, जो 62 से सिर्फ 22 सीटों पर सिमट गई। कांग्रेस एक बार फिर खाता खोलने में नाकाम रही।

केजरीवाल समेत AAP के दिग्गज हारे, अतिशी ने बचाई अपनी सीट
इस चुनाव में AAP के कई बड़े चेहरे धराशायी हो गए। पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल, वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया और सौरभ भारद्वाज को हार का सामना करना पड़ा। हालांकि, अतिशी अपनी कालकाजी सीट बचाने में सफल रहीं।
26 साल बाद दिल्ली में बीजेपी की वापसी
दिल्ली की सत्ता से 26 साल दूर रहने के बाद बीजेपी ने जोरदार वापसी की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली की जनता और पार्टी कार्यकर्ताओं को बधाई देते हुए कहा कि बीजेपी अपने सभी वादे पूरे करेगी और दिल्ली को विकास की नई ऊंचाइयों तक ले जाएगी।
शपथ ग्रहण समारोह की भव्य तैयारियां
सूत्रों के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी के अमेरिका दौरे से लौटने के बाद अगले हफ्ते दिल्ली में नए मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण समारोह होगा। इस मौके पर एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भी आमंत्रित किए जाएंगे। सरकार के गठन को लेकर गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बैठक की।
अतिशी ने पांच महीने तक संभाली थी सीएम की कमान
सितंबर 2024 में, जब अरविंद केजरीवाल ने भ्रष्टाचार मामले में जमानत मिलने के बाद इस्तीफा दिया था, तब अतिशी को दिल्ली का मुख्यमंत्री बनाया गया था। उन्होंने महज पांच महीने तक मुख्यमंत्री पद संभाला। चुनावी नतीजों के बाद, केजरीवाल ने हार स्वीकारते हुए बीजेपी को बधाई दी और कहा कि जनता का फैसला सर्वोपरि है।
दिल्ली का नया मुख्यमंत्री कौन? परवेश वर्मा बने फ्रंट रनर
बीजेपी अब अपने मुख्यमंत्री चेहरे की घोषणा करने वाली है। इस रेस में नई दिल्ली सीट से विजयी परवेश वर्मा सबसे आगे माने जा रहे हैं।
परवेश वर्मा ने इस चुनाव में बड़ा उलटफेर कर अरविंद केजरीवाल को 4,000 वोटों से हराया। वे पश्चिम दिल्ली से दो बार सांसद रह चुके हैं। दिलचस्प बात यह है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में उन्हें टिकट नहीं मिला था, जिसके बाद उन्होंने विधानसभा चुनाव लड़ने का फैसला किया और AAP सुप्रीमो को उन्हीं की सीट पर शिकस्त दी।
परवेश वर्मा, दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के बेटे हैं। अब देखना यह होगा कि बीजेपी उन्हें दिल्ली का अगला मुख्यमंत्री बनाती है या कोई और नाम सामने आता है।
दिल्ली की राजनीति में यह चुनाव एक ऐतिहासिक बदलाव लेकर आया है। क्या बीजेपी दिल्ली में लंबे समय तक टिक पाएगी? क्या AAP फिर से वापसी करेगी? आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा।