केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्री श्री जुएल ओराम ने 5 अप्रैल 2025 को ओडिशा के सुंदरगढ़ में दो दिवसीय विशाल चिकित्सा शिविर का उद्घाटन किया। इस अवसर ने न केवल जनजातीय समुदायों के लिए सरकार की स्वास्थ्य प्रतिबद्धता को सशक्त रूप में प्रस्तुत किया, बल्कि यह जनजातीय गौरव वर्ष के अंतर्गत स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में एक बड़ी पहल के रूप में सामने आया।

जनजातीय कल्याण के लिए समर्पित स्वास्थ्य मिशन
जनजातीय कार्य मंत्रालय देश के दूर-दराज़ और संसाधनों से वंचित क्षेत्रों में रहने वाले आदिवासी समुदायों के लिए गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं सुनिश्चित करने की दिशा में लगातार सक्रिय है। मंत्रालय का लक्ष्य केवल उपचार तक सीमित नहीं है, बल्कि यह स्वास्थ्य सेवा की पहुँच, जागरूकता और समग्र स्वास्थ्य सुधार की दिशा में एक समर्पित दृष्टिकोण अपनाए हुए है।
सिकल सेल रोग उन्मूलन: 2047 तक का मिशन
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा जुलाई 2023 में शुरू किया गया राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन इस दिशा में एक दूरदर्शी पहल है। इस मिशन का उद्देश्य 2047 तक सिकल सेल रोग का पूर्णतः उन्मूलन करना है। इसके तहत जनजातीय समुदायों में जागरूकता, व्यापक परीक्षण और समग्र रोग प्रबंधन को प्राथमिकता दी जा रही है।
विशाल चिकित्सा शिविर: सहयोग की शक्ति
जनजातीय गौरव वर्ष के अंतर्गत जनजातीय कार्य मंत्रालय, एम्स दिल्ली और ओडिशा सरकार के संयुक्त सहयोग से 5 और 6 अप्रैल को सुंदरगढ़ के सरकारी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में इस दो दिवसीय चिकित्सा शिविर का आयोजन कर रहा है।
श्री जुएल ओराम ने उद्घाटन समारोह में आदिवासी समुदायों के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए, एम्स दिल्ली की चिकित्सकों की टीम की निष्ठा और सेवाभाव की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह शिविर केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि जनजातीय समाज के सशक्तिकरण की दिशा में एक ठोस कदम है।
समावेशी सेवा: दिव्यांगजनों को भी मिला संबल
इस अवसर पर मंत्री महोदय ने लगभग 100 दिव्यांगजनों को व्हीलचेयर वितरित कर सरकार की समावेशी सोच को सशक्त रूप में प्रस्तुत किया। उन्होंने रोगियों से व्यक्तिगत बातचीत कर उन्हें उपलब्ध सेवाओं का अधिकतम लाभ उठाने का आग्रह भी किया।
चिकित्सा विशेषज्ञताओं की व्यापक भागीदारी
शिविर में एम्स दिल्ली के 19 विशेषज्ञ विभागों के डॉक्टर अपनी सेवाएं दे रहे हैं, जिनमें प्रमुख रूप से शामिल हैं:
- कार्डियोलॉजी
- रुधिर रोग
- सामान्य चिकित्सा
- गैस्ट्रोएंटरोलॉजी
- नेफ्रोलॉजी
- शल्य चिकित्सा
- ऑर्थोपेडिक्स
सुंदरगढ़ और आसपास के 18 ब्लॉकों से आए मरीज इन विशेषज्ञताओं से परामर्श प्राप्त कर रहे हैं। साथ ही, निःशुल्क निदान सेवाएं भी उपलब्ध कराई जा रही हैं:
- ईसीजी
- अल्ट्रासाउंड
- एक्स-रे
- रक्त जांच
इसके अतिरिक्त, एम्स दिल्ली के डॉक्टरों द्वारा दी गई पर्चियों के अनुसार मरीजों को मुफ्त दवाइयाँ भी प्रदान की जा रही हैं।
पहले ही दिन जबरदस्त जनसहभागिता
शिविर के पहले दिन ही 1,500 से अधिक लोगों ने इन स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठाया, जो इस आयोजन की प्रभावशीलता और आवश्यकता को रेखांकित करता है। यह शिविर 6 अप्रैल को भी जारी रहेगा, जिससे अधिक से अधिक लोगों तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुँच सकें।
“सभी के लिए स्वास्थ्य सेवा” की ओर एक सार्थक कदम
यह शिविर न केवल स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने का माध्यम है, बल्कि यह सरकार के “सभी के लिए स्वास्थ्य सेवा” दृष्टिकोण को धरातल पर साकार करने की दिशा में एक प्रेरणादायी पहल है। सुंदरगढ़ में आयोजित यह विशाल चिकित्सा शिविर भारत के जनजातीय समाज को सशक्त, आत्मनिर्भर और स्वस्थ बनाने के लिए केंद्र सरकार के निरंतर प्रयासों का प्रमाण है।