भारतवर्ष को एकता के सूत्र में बांधने वाली गंगा का तट शनिवार को ‘स्वच्छ गंगा-निर्मल गंगा’ के गगन भेदी उद्घोष से गूंज उठा । ‘एक घाट चलो चले मोदी के साथ’ अभियान के क्रम में नमामि गंगे के स्वयंसेवी सदस्यों ने श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के गंगा द्वार पर स्थानीय नागरिकों और पर्यटकों के साथ सदानीरा के निर्मलीकरण का संकल्प लिया। हाथों में राष्ट्रध्वज और स्वच्छता स्लोगन लिखी तख्तियां लेकर उपस्थित जनसमूह ने सभी से गंगा तट की स्वच्छता बनाए रखने का आग्रह किया । नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक व नगर निगम के स्वच्छता ब्रांड एंबेसडर राजेश शुक्ला के संयोजन में जन जागरण के पश्चात जान्हवी के तट की सफाई भी की गई । गंगाष्टकम एवं द्वादश ज्योतिर्लिंगों का पाठ करके मां गंगा से प्रार्थना की गई।

हम उस देश के वासी हैं- जिस देश में गंगा बहती है, सबका साथ हो – गंगा साफ हो और ज्योत से ज्योत जगाते चलो प्रेम की गंगा बहाते चलो जैसे गीतों के माध्यम से लोगों को जागरूक किया गया । गंगा सेवक राजेश शुक्ला ने कहा कि गंगा देश को एकता के सूत्र में बांधती हैं । देश में विविध भाषाएं, धर्म, संस्कृति, संगीत होने के बावजूद कुछ ऐसी चीजें हैं जो हमें बांधे रखती हैं, एकजुट रखती हैं…गंगा उनमें से एक है। गंगा की निर्मलता के लिए योगदान करना हम सभी का राष्ट्रीय और नैतिक दायित्व है । आयोजन में प्रमुख रूप से नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक व नगर निगम के स्वच्छता ब्रांड एंबेसडर राजेश शुक्ला, शाश्वत मिश्रा, अभय त्रिपाठी, शंकर यादव, बृजेश अस्थान, शुभांगी शर्मा, सहित सैकड़ो लोगों ने भागीदारी की ।