नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (NCERT) ने कक्षा 9 से 12 तक की किताबों के दाम में 20% की कटौती करने का बड़ा फैसला लिया है। यह घोषणा एनसीईआरटी के निदेशक दिनेश प्रसाद सकलानी ने सोमवार को राजधानी दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान की। नई कीमतें आगामी शैक्षणिक सत्र से लागू होंगी।

कक्षा 1-8 की किताबों की कीमतें स्थिर
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, कक्षा 9-12 की किताबों की कीमतें 20% कम होंगी, जबकि कक्षा 1 से 8 तक की किताबें पहले की तरह ₹65 प्रति प्रति पर ही उपलब्ध रहेंगी। नई दरों के तहत कक्षा 9-12 की किताबें 2026-27 से बाजार में आएंगी।
छात्रों को सस्ती किताबें उपलब्ध कराने का प्रयास
निदेशक ने बताया कि एनसीईआरटी ने इस साल कागज की खरीद प्रक्रिया में दक्षता लाई है और आधुनिक प्रिंटिंग मशीनों वाले प्रिंटरों को जोड़ा है। “इससे होने वाले लाभ को देश के छात्रों तक पहुंचाने का निर्णय लिया गया है,” उन्होंने कहा।
ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से गांवों तक पहुंचेगी किताबें
एनसीईआरटी ने फ्लिपकार्ट और अमेज़न के साथ समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं। अब इन प्लेटफॉर्म्स के जरिए किताबें गांवों तक कम कीमत पर आसानी से उपलब्ध होंगी।
पुस्तकों की छपाई में बड़ा बदलाव
एनसीईआरटी हर साल लगभग 4-5 करोड़ किताबें छापती है, जो करीब 300 शीर्षकों में होती हैं। अगले शैक्षणिक सत्र में यह संख्या बढ़ाकर 15 करोड़ किताबें छापने की योजना है। इससे पहले परिषद ने केवल 5 करोड़ किताबें छापने का निर्णय लिया था।
इतिहास में पहली बार कीमतों में इतनी बड़ी कटौती
एनसीईआरटी के निदेशक ने कहा, “यह पहली बार है जब पाठ्यपुस्तकों की कीमतों में इतनी बड़ी कमी की गई है। इससे छात्रों और अभिभावकों को बड़ी राहत मिलेगी।”
भविष्य के लिए नई योजनाओं की झलक
यह घोषणा एनसीईआरटी मुख्यालय में ऑडिटोरियम के निर्माण के भूमि पूजन के दौरान की गई। छात्रों और शिक्षकों के हित में एनसीईआरटी ने कई नई योजनाओं की झलक पेश की है, जो आने वाले समय में शिक्षा प्रणाली को और मजबूत बनाएंगी।