सावन की शिवरात्रि के अवसर पर बुधवार को नमामि गंगे ने भगवान शिव की अनुपम कृपा के प्रतीक ‘गौरी केदारेश्वर’ मंदिर में आरती उतारी। शिवमय माहौल और बम-बम के जयकारे के बीच द्वादश ज्योतिर्लिंग एवं ॐ जय शिव ओंकारा की स्तुति की गई । भोले शंकर का गुणगान करके भारत की सुख समृद्धि का आशीर्वाद मांगा । सावन के महीने में पवित्र मंदिरों को साफ-सुथरा रखने का संदेश देकर मंदिर परिसर में सफाई की और लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक भी किया । सृष्टि की उत्पत्ति, स्थिति एवं संहार के अधिपति सकल ब्रह्मांड के उपासक देवाधिदेव महादेव को गंगा जल अर्पित कर गंगा निर्मलीकरण की कामना की गई। नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक व नगर निगम के स्वच्छता ब्रांड एम्बेसडर राजेश शुक्ला ने कहा कि पौराणिक कथाओं के अनुसार, सावन की शिवरात्रि भगवान शिव व माता पार्वती के पुनर्मिलन का प्रतीक है।

यही कारण है कि इस दिन शिव-पार्वती उपासना से अखंड सौभाग्य के साथ सुखद वैवाहिक जीवन का आशीर्वाद मिलने की मान्यता है। भगवान शिव शंकर पर्यावरण समन्वय और सन्तुलन के अद्वितीय आदर्श हैं । हम प्रकृति को अपनी जीवन दायिनी शक्ति के रूप में समझे, दासी के रूप में नहीं। आयोजन में प्रमुख रूप से नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक व नगर निगम के स्वच्छता ब्रांड एम्बेसडर राजेश शुक्ला, महानगर सहसंयोजिका सारिका गुप्ता, सुषमा कौशिक, पूनम सिंह, रेनू चौबे, सीता पाठक उपस्थित रहे ।