नगर आयुक्त प्रेम प्रकाश मीणा ने शुक्रवार को कल्याण सिंह हैबिटेट सेंटर में आयोजित समीक्षा बैठक के दौरान नगर निगम के चारों ज़ोन में संपत्ति कर वसूली की स्थिति की गहन समीक्षा की। उन्होंने वसूली के आंकड़े संतोषजनक न होने पर नाराज़गी व्यक्त करते हुए स्पष्ट निर्देश दिए कि अगस्त माह में गत वर्ष की तुलना में ढाई गुना अधिक वसूली सुनिश्चित की जाए अन्यथा संबंधित स्टाफ पर कार्यवाही की जाएगी।

नगर आयुक्त ने कहा कि संपत्ति कर नगर निगम की आय का प्रमुख स्रोत है। यदि इसमें लापरवाही हुई, तो इसका असर शहर के विकास कार्यों पर पड़ेगा। सभी जोनल अधिकारी सुनिश्चित करें कि बिल समय पर वितरित हों और वसूली लक्ष्य के अनुरूप हो। उन्होंने बिल वितरण की धीमी रफ्तार पर असंतोष जताते हुए जलकल विभाग के रिजर्व ट्यूबवेल ऑपरेटरों को संपत्ति कर बिलों के वितरण कार्य में तैनात करने के निर्देश महाप्रबंधक जल को दिए।
नगर आयुक्त की चेतावनी
संपत्ति कर वसूली में कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। हर अधिकारी और कर्मचारी को अपनी ज़िम्मेदारी का एहसास होना चाहिए। यदि अगस्त माह में निर्धारित लक्ष्य से वसूली नहीं होती है, तो संबंधित अधिकारी व कर्मचारी के विरुद्ध सख्त अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी।
नगर निगम सीमा में GIS सर्वे की शुरुआत सोमवार से
नगर निगम द्वारा सीमा में आने वाले 90 पार्षद वार्डों में GIS आधारित सर्वेक्षण की शुरुआत सोमवार से की जा रही है। नगर आयुक्त ने कर अधीक्षक आर.के. कमल की अध्यक्षता में एक विशेष सर्वे टीम गठित करते हुए प्राथमिकता पर नवविस्तारित वार्डों में सर्वे की शुरुआत के निर्देश दिए। इस सर्वे से शहर में नई संपत्तियों की पहचान, कर निर्धारण और कर सुधार की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति होगी।
ये रहे उपस्थित
अपर नगर आयुक्त राकेश कुमार यादव, उप नगर आयुक्त अमित कुमार सिंह, सहायक नगर आयुक्त वीर सिंह, केएनए आर.पी. सिंह सहित समस्त जोनल अधिकारी एवं कर निरीक्षक गण उपस्थित रहे।