वाराणसी: पूर्वांचल के सुप्रसिद्ध वरिष्ठ मनोचिकित्सक डॉ. मनोज कुमार तिवारी वरिष्ठ परामर्शदाता, एआरटीसी, एसएस हॉस्पिटल, आईएमएस, काशी हिंदू विश्वविद्यालय ने वाराणसी कॉलेज आफ फार्मेसी, वाराणसी में आयोजित *तनाव प्रबंधन व अध्ययन कौशल विकास कार्यशाला* में पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से चर्चा करते हुए बताया कि कॉलेज स्तर के विद्यार्थियों में तनाव क्षमता से अधिक स्वयं से अपेक्षा करने, माता-पिता व अध्यापकों व्दारा उच्च निष्पादन हेतु दबाव देने, अनियमित दिनचर्या, नियमित अध्ययन न करने के कारण होता है। डॉ तिवारी ने तनाव प्रबंधन हेतु नियमित अध्ययन करने, लक्ष्य निर्धारण करते समय अपनी क्षमता का आँकलन करने, गुणवत्तापूर्ण नींद व धनात्मक सोच पर जोर दिया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि अध्ययन के लिए समय सारिणी का उपयोग करना, अध्ययन करते समय हर घंटे पर 5-10 मिनट का विश्राम लेना अत्यंत महत्वपूर्ण है। विद्यार्थियों को अपना स्क्रीन टाइम नियंत्रित रखना आवश्यक है स्क्रीन टाइम अधिक होने पर अनेक शारीरक-मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न होती है तथा अधिगम एवं स्मृति पर खराब प्रभाव पड़ता है। सप्ताह में एक दिन मोबाइल व्रत रखना तथा घर में मोबाइल स्टेशन बनाना मोबाइल लत की समस्या के निदान में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। सत्र के अंत में उन्होंने छात्रों को रिलैक्सेशन एक्सरसाइज सिखाया ताकि छात्र तनाव के नकारात्मक प्रभाव से बचे रहकर अपना उच्च निष्पादन दे सकें।

इस अवसर पर अवधेश कुमार यादव, फार्माको विजिलेंस एसोसिएट (पीवीपीआई), एडवर्स ड्रग रिएक्शन मॉनिटरिंग सेंटर (एएमसी), फार्माकोलॉजी विभाग, आईएमएस, बीएचयू, वाराणसी, ने लोगों को बताया कि राष्ट्रीय औषधि सतर्कता सप्ताह सत्र से 17-23 सितंबर तक पूरे देश में मनाया जा रहा है जिसका उद्देश्य लोगों को औषधि के प्रतिकूल प्रतिक्रियाओं के प्रति लोगों को जागरूक करना है।
कार्यक्रम डॉ आनंद पांडेय चैयरमेन, वाराणसी कॉलेज ऑफ़ फार्मेसी के मार्गदर्शन व धीरेंद्र प्रताप मौर्य, संकायाध्यक्ष के संयोजन से संपन्न हुआ। मनु त्रिपाठी, मनीष पांडेय, कुमार सुनील, रमेश पटेल, प्रवीण मिश्रा, नरेंद्र नारायण, जितेंद्र सिंह, अनुज विश्वकर्मा, आकाश पांडेय, विकास कुमार मिश्रा, आशुतोष सिंह, मानसी श्रीवास्तव, पूजा प्रजापति, श्वेता मौर्य, सरोज पटेल, निर्भय सिंह अनिल मिश्रा एवं रितेश मिश्रा ने प्रमुख रूप से सहभागिता किया। कार्यक्रम का संचालन मानसी श्रीवास्तव तथा अतिथियों का स्वागत व धन्यवाद ज्ञापन धीरेंद्र प्रताप मौर्य ने किया।