भारत में लोकतांत्रिक मूल्यों को सशक्त बनाने और युवाओं को ग्राम शासन की प्रक्रिया से जोड़ने के उद्देश्य से अपनी तरह की पहली पहल ‘आदर्श युवा ग्राम सभा (एमवाईजीएस)’ का राष्ट्रव्यापी शुभारम्भ 30 अक्टूबर को नई दिल्ली में किया जाएगा। यह पहल पंचायती राज मंत्रालय द्वारा शिक्षा मंत्रालय (स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग) तथा जनजातीय कार्य मंत्रालय के सहयोग से शुरू की जा रही है।

इस अवसर पर केंद्रीय पंचायती राज तथा मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी राज्य मंत्री प्रो. एस. पी. सिंह बघेल और केंद्रीय जनजातीय कार्य राज्य मंत्री श्री दुर्गादास उइके मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे।
कार्यक्रम के दौरान आदर्श युवा ग्राम सभा (एमवाईजीएस) के साथ-साथ इसके डिजिटल पोर्टल और प्रशिक्षण मॉड्यूल का भी औपचारिक अनावरण किया जाएगा। ये डिजिटल उपकरण इस पहल के प्रभावी क्रियान्वयन को सुनिश्चित करने, शिक्षकों की क्षमता विकास में सहायता करने और छात्रों की लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में सक्रिय भागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए विकसित किए गए हैं।
यह पहल देशभर के 1,000 से अधिक स्कूलों, जिनमें जवाहर नवोदय विद्यालय (जेएनवी), एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय (ईएमआरएस) तथा राज्य सरकार द्वारा संचालित स्कूल शामिल हैं, में शुरू की जाएगी। इस अवसर पर पंचायती राज, शिक्षा और जनजातीय कार्य मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ-साथ उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और हरियाणा के पंचायती राज संस्थानों, राज्य विभागों, छात्रों, शिक्षकों और निर्वाचित प्रतिनिधियों सहित 650 से अधिक प्रतिभागी उपस्थित रहेंगे।
आदर्श युवा ग्राम सभा (एमवाईजीएस) का उद्देश्य युवाओं को ग्राम सभाओं की लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में शामिल करके स्थानीय शासन में जनभागीदारी को बढ़ाना और सहभागी लोकतंत्र की भावना को प्रोत्साहित करना है। यह पहल राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 की भावना के अनुरूप युवाओं में लोकतांत्रिक मूल्यों, नागरिक उत्तरदायित्व, नेतृत्व क्षमता और सामाजिक संवेदनशीलता को बढ़ावा देने की दिशा में एक अभिनव कदम है।
इस पहल के माध्यम से छात्रों को ग्राम सभा सत्रों के संचालन, निर्णय-निर्माण प्रक्रियाओं की समझ और स्थानीय प्रशासन की गतिविधियों में भागीदारी का अवसर मिलेगा। इससे युवाओं में शासन प्रणाली के प्रति जिम्मेदारी की भावना और समाज के प्रति उत्तरदायित्व की समझ विकसित होगी।
‘आदर्श युवा ग्राम सभा’ पहल का उद्देश्य न केवल युवाओं को लोकतंत्र की बुनियादी अवधारणाओं से परिचित कराना है, बल्कि उन्हें विकसित भारत के निर्माण में सक्रिय भागीदार बनाना भी है। यह पहल पारदर्शिता, जवाबदेही और सामुदायिक नेतृत्व के मूल्यों को सुदृढ़ करने की दिशा में एक सशक्त कदम सिद्ध होगी।