यशस्वी प्रधानमंत्री एवं काशी के माननीय सांसद श्री नरेंद्र मोदी जी की अंतः प्रेरणा एवं उनकी समग्र दूरदर्शिता का मूर्त रूप काशी सांसद बाल कवि सम्मेलन का भव्य आयोजन संत अतुलानंद कान्वेंट स्कूल कोइराजपुर, वाराणसी में दिनांक 26 नवंबर 2025 को पूरी भव्यता के साथ प्रारंभ हुआ।

कार्यक्रम को गरिमा प्रदान करते हुए वाराणसी के महापौर श्री अशोक तिवारी जी ,वाराणसी की जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती पूनम मौर्या जी सहित श्री एस राजलिंगम (आईएएस, मंडल आयुक्त ,वाराणसी मंडल) श्री हिमांशु नागपाल जी (आईएएस ,नगर आयुक्त वाराणसी) श्री प्रखर कुमार सिंह जी (आईएएस, मुख्य विकास अधिकारी वाराणसी), बेसिक शिक्षा अधिकारी श्री अनुराग श्रीवास्तव जी सहित श्री प्रदीप अग्रहरि जी (महानगर अध्यक्ष, भाजपा) श्री चंद्रशेखर उपाध्याय जी (उपाध्यक्ष) की विशेष उपस्थिति रही जिसने बाल कवियों के मन में नव ऊर्जा एवं उत्साह का संचार किया। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ। इस अवसर पर नगर के अनेक प्रतिष्ठित पदाधिकारी एवं सम्मानित जनप्रतिनिधि भी उपस्थित रहे, जिनकी उपस्थिति ने समारोह की गरिमा को और अधिक ऊँचा किया।
विद्यालय में आयोजित इस कार्यक्रम ने न केवल छात्रों की साहित्यिक प्रतिभा को उजागर किया, बल्कि सांस्कृतिक चेतना और भाषा सृजन की शक्ति को भी सुदृढ़ किया। विद्यालय के विभिन्न कक्षाओं के चुने हुए बाल कवियों ने मंच पर पहुँचकर उत्साह, आत्मविश्वास और अद्वितीय प्रस्तुति कौशल का परिचय दिया। देशभक्ति, प्रकृति संरक्षण, मातृभाषा का गौरव, सामाजिक समरसता, संवरती काशी , स्वच्छता अभियान, काशी के शिव, मां गंगा, विकसित भारत एवं जीवन मूल्यों जैसे 12 विविध विषयों पर आधारित कविताओं ने सभा को भाव-विभोर कर दिया। कविता पाठ में विद्यार्थियों ने दो वर्गों के अंतर्गत काव्य पाठ किया प्रथम वर्ग में कक्षा 6 से 8 तक के विद्यार्थियों ने प्रतिभा किया जबकि द्वितीय वर्ग में कक्षा 9वीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों ने प्रतिभागिता की। कविता पाठ का यह प्रथम चरण कल दिनांक 27 नवंबर 2025 को संपन्न होगा।
माननीय महापौर ने अपने उद्बोधन में कहा कि- काशी के युवाओं को यह विशेष अवसर माननीय प्रधानमंत्री जी की उन्नत सोच का ही परिणाम है जिससे युवा पीढ़ी को उनकी योग्यता, उनकी रुचि और क्षमता के अनुसार नया मंच मिल रहा है। यदि बच्चों को अवसर और मंच मिले, तो वे विचारों और अभिव्यक्ति के स्तर पर किसी से कम नहीं होते। आज के बाल कवियों ने यह सिद्ध कर दिया है। इसी मंच से कोई प्रेमचंद बनेगा कोई जयशंकर प्रसाद बनकर अपनी नई पहचान बनाएगा। विद्यालय की निदेशिका डॉ०वंदना सिंह ने कहा कि यह साहित्यिक धरोहर से जुड़ने का सुअवसर है और कला एवं साहित्य के क्षेत्र में नई प्रतिभाओं के चमकने का माध्यम भी है।


विद्यालय की प्रधानाचार्य डॉ. नीलम सिंह ने कार्यक्रम के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि बाल कवि सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों में अभिव्यक्ति कौशल, साहित्यिक चेतना, आत्मविश्वास और रचनात्मकता का विकास करना है, ताकि वे भविष्य में सशक्त वक्ता, लेखक और संवेदनशील नागरिक बन सकें।” कार्यक्रम में उपस्थित विशिष्ट अतिथियों एवम् गणमान्य जनों ने विद्यार्थियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि बच्चों की रचनात्मक क्षमता और मूल्यों के प्रति जागरूकता देखकर गर्व हो रहा है।” उन्होंने माननीय प्रधानमंत्री जी की इस पहल और विद्यालय के इस सार्थक प्रयास को अत्यंत प्रशंसनीय बताते हुए कहा कि यह आयोजन विद्यार्थियों को न सिर्फ मंच प्रदान कर रहा है बल्कि उन्हें उनके सुनहरे भविष्य के विभिन्न अवसरों से मिलने का भी सुनहरा मौका है।
कार्यक्रम में निर्णायक मंडल के अंतर्गत डॉ० छाया श्रीवास्तव, श्री प्रकाश देव तिवारी एवं श्रीमती अनीता सिंह ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। सभी प्रतिभागी बाल कवियों को उनकी सुंदर प्रस्तुति के लिए सहभागिता प्रमाण पत्र भी प्रदान किया गया। कार्यक्रम का संचालन डॉ आशुतोष पाण्डेय, श्रीमती पल्लवी शुक्ला एवं श्री जितेंद्र पाण्डेय द्वारा किया गया।