किसान की दयनीयता.. क्या व्यवस्था की कमी है

भारत एक कृषि प्रधान देश है। यहां की लगभग अस्सी प्रतिशत आबादी खेती किसानी पर ही…

दिव्यांगों को नया आयाम एवं जीवन-मुस्कान दें

हर वर्ष 3 दिसंबर का दिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विकलांग व्यक्तियों को समर्पित है। विकलांग भी…

पुरूषार्थ साथ हो तो विकलांगता कार्य सिद्धि में बाधक नहीं

यदि पुरुषार्थ है तो विकलांगता कार्य सिद्धि में बाधा नहीं बन सकती है. किसी भी राष्ट्र…

सिलक्यारा की रोशनी से सबक लेने की जरूरत

दृढ़ इच्छाशक्ति, लगन, उम्मीद, सकारात्मकता और हौसले की ताकत ने मिलकर आखिर प्रकृति के साथ लड़ी…

घरों में पुरुष पर होने वाली हिंसा की चिन्ता

नये बन रहे समाज एवं पारिवारिक माहौल में अब महिलाएं ही नहीं, पुरुष भी हिंसा के…

राजस्थान की राधा : मीरा बाई

मीराबाई का जन्म मारवाड़ के पाली के एक गांव कुड़की में लगभग 1498-1499 ईसवी में हुआ…

चुनावी-भ्रष्टता पर नियंत्रण के लिये जटायुवृत्ति जागे

चुनाव लोकतंत्र की जीवनी शक्ति है, यह राष्ट्रीय चरित्र का प्रतिबिम्ब होता है, लोकतंत्र में स्वस्थ…

किसी की चंद मिनटों की खुशी, किसी और की खुदखुशी

बड़े अरमानों से माता-पिता अपने बच्चों को पाल-पोसकर बड़ा करते हैं। जो वो न कर सकें,…

स्वतंत्र न्यायपालिका राष्ट्र की रीढ़

कोई भी समाज बिना विधान मंडल के रह सकता है, परंतु ऐसे किसी सभ्य राज्य की…

ढोंगी साधुओं के लिये एक आईना हैं गुरुनानक देव

परम सत्ता या संपूर्ण चेतन सत्ता के साथ तादात्म्य स्थापित कर समस्त प्राणी जगत् को एकता…

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