अवध में राम पधारे ….

अवध में राम पधारे ….
सजी अयोध्या नगरी सारी,
बज रहे ढोल-नगाड़े,
हो रही जय-जयकार,
अवध में राम पधारे ।
हो रही ………,,

मंगलाचरण की बेला आई,
धन्य अवध, धरती मुस्काई,
गावें बधाई सारे,
अवध में राम पधारे ।
हो रही ………,,

जब-जब पाप बड़े धरती पर,
प्रभु आए सदा वेश बदलकर,
विश्व लगाए जयकारे,
अवध में राम पधारे ।
हो रही ………,,

सत्य- पताका लहरा है,
राम प्रभु के गुण गा रही है,
काँपे हैं शत्रु सारे हो..ओ….ओ,
तरसे थे नैना हमारे,
अवध में राम पधारे ।
हो रही ………,,

भावना 'मिलन'
भावना ‘मिलन’ अरोड़ा
एडुकेशनिस्ट,मोटीवेशनल स्पीकर

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