केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने आज घोषणा की कि भारत 20 से 24 नवम्बर तक गोवा में विश्व ऑडियो विजुअल और मनोरंजन शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा, जो दुनिया भर के मीडिया और मनोरंजन उद्योग के लिए एक ऐतिहासिक आयोजन है। श्री वैष्णव ने आज नई दिल्ली में गोवा के मुख्यमंत्री श्री प्रमोद सावंत और केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री डॉ. एल. मुरुगन के साथ एक कार्यक्रम में यह घोषणा की।
इस अवसर पर दर्शकों को संबोधित करते हुए श्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि, “मीडिया और मनोरंजन (एम एंड ई) की दुनिया एक संरचनात्मक परिवर्तन से गुजर रही है और इसमें बहुत अधिक प्रौद्योगिकी का समावेश हुआ है। इसने एक ओर तो कई अवसर खोले हैं, लेकिन दूसरी ओर, कुछ प्रतिभागियों के बीच चिंता भी पैदा की है जो इस बदलाव के साथ तालमेल नहीं बिठा पाए हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के दृष्टिकोण के अनुरूप आज सार्वजनिक नीति की भूमिका इस संरचनात्मक परिवर्तन से सर्वश्रेष्ठ लाभ उठाने में सक्षम बनाना है।” उन्होंने कहा कि सरकार इस बदलाव से निपटने में मीडिया और मनोरंजन के पूरे इकोसिस्टम को सहयोग करने के लिए प्रतिबद्ध है।
अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए अवसरों और अंतर्निहित प्रयासों पर बोलते हुए, मंत्री ने कहा कि सरकार का ध्यान मीडिया और मनोरंजन क्षेत्र में रोजगार सृजन और प्रतिभा पाइपलाइन को बढ़ाने पर है। इसे संरचनात्मक और प्रक्रियात्मक दोनों प्रयासों के माध्यम से क्रियान्वित किया जाएगा। ये प्रयास एक ऐसे इकोसिस्टम का निर्माण सुनिश्चित करेंगे जो उच्च गुणवत्ता वाली सामग्री को प्रोत्साहित करता है, देश में आईपी अधिकारों का निर्माण और संरक्षण करता है और दुनिया को भारत को अपने सामग्री निर्माण केंद्रों की स्थापना के लिए एक स्वाभाविक विकल्प के रूप में मान्यता देता है।
उन्होंने कहा कि इस प्रयास के लिए मीडिया और मनोरंजन उद्योग, वित्तीय क्षेत्र और प्रौद्योगिकी की दुनिया के बीच घनिष्ठ समन्वय की आवश्यकता होगी। इसके लिए सुविचारित नीतिगत पहल की आवश्यकता है और मंत्री ने उम्मीद जताई कि आने वाले महीनों में सरकार और उद्योग इस लक्ष्य की दिशा में अपने प्रयासों को मिलाएंगे।
मंत्री महोदय ने आगे कहा कि वेव्स और आईएफएफआई एक ही स्पेक्ट्रम के अलग-अलग हिस्से होंगे और वेव्स शिखर सम्मेलन इनपुट का प्रतिनिधित्व करता है, जबकि भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) आउटपुट है। उन्होंने कहा कि इनपुट और आउटपुट का तालमेल गोवा को रचनात्मकता और प्रतिभा के एक प्रमुख केन्द्र के रूप में स्थापित करेगा, जो नवाचार और कलात्मक अभिव्यक्ति के लिए एक प्रकाश स्तंभ के रूप में अपनी स्थिति को मजबूत करेगा। उन्होंने आईएफएफआई के साथ-साथ वेव्स 2024 की मेजबानी करने के लिए गोवा के मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया ताकि स्पेक्ट्रम के दोनों छोर एक साथ आ सकें।
मंत्री ने अन्य गणमान्य व्यक्तियों के साथ वेव्स 2024 (https://wavesindia.org/) की वेबसाइट शुरू की और शिखर सम्मेलन की विवरण पुस्तिका का अनावरण किया।
गोवा के मुख्यमंत्री श्री प्रमोद सावंत ने कहा कि जहां आईएफएफआई लंबे समय से सिनेमाई उत्कृष्टता का प्रतीक रहा है, वहीं वेव्स उभरते हुए एम और ई क्षेत्र पर ध्यान केन्द्रित करके उद्योग सहयोग का एक नया आयाम पेश करेगा। उन्होंने कहा कि दोनों आयोजन मिलकर अद्वितीय अवसरों के भविष्य में छलांग लगाने का अवसर पैदा करेंगे। उन्होंने कहा कि वेव्स गोवा को एक सांस्कृतिक केंद्र के रूप में स्थापित करेगा, उन्होंने एम और ई उद्योग को नवाचार और सहयोग की भावना के साथ गोवा आने के लिए आमंत्रित किया।
केन्द्रीय राज्य मंत्री डॉ. एल. मुरुगन ने कहा कि वेव्स 2024 प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के एम एंड ई उद्योग से वैश्विक नेताओं को भारत लाने के दृष्टिकोण को साकार करेगा। उन्होंने कहा कि शिखर सम्मेलन इस क्षेत्र से देश के कुशल जनशक्ति को प्रोत्साहित करने के लिए एक मंच तैयार करेगा।
सचिव श्री संजय जाजू ने कहा कि शिखर सम्मेलन का उद्देश्य विश्व स्तरीय एम एंड ई शिखर सम्मेलन बनाना है: “इस पहल का उद्देश्य भारत की आर्थिक वृद्धि के साथ-साथ भारत की सॉफ्ट पावर को मजबूत करना है। शिखर सम्मेलन से रचनात्मकता, नवाचार और प्रभाव में नए मानक स्थापित होने की उम्मीद है।” उन्होंने कहा कि शिखर सम्मेलन नवाचार और तकनीकी उन्नति को बढ़ावा देने, हमारे उद्योग की वैश्विक प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ाने, उद्योग सहयोग को मजबूत करने, निवेश आकर्षित करने, कौशल विकास को बढ़ावा देने, सामग्री विविधता को प्रोत्साहित करने और स्थायी विकास को बढ़ावा देने के उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए निर्धारित किया जाएगा।