गांधीनगर स्थित भारतीय खेल प्राधिकरण (एसएआई) के राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र (एनसीओई) के पावरलिफ्टिंग एथलीटों ने दूसरे खेलो इंडिया पैरा गेम्स में जबरदस्त प्रदर्शन किया। 27 मार्च 2025 को दिल्ली में समाप्त हुए इस भव्य आयोजन में एसएआई गांधीनगर के खिलाड़ियों ने सात स्वर्ण सहित 10 पदक जीतकर अपनी श्रेष्ठता साबित की।

राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ते स्वर्ण विजेता
जेएलएन स्टेडियम परिसर में आयोजित पैरा-पावरलिफ्टिंग प्रतियोगिता में झंडू कुमार (पुरुष 72 किग्रा), जसप्रीत कौर (महिला 45 किग्रा), सीमा रानी (महिला 61 किग्रा) और मनीष कुमार (पुरुष 54 किग्रा) ने स्वर्ण पदक जीतने के लिए राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ डाले। विशेष रूप से, झंडू, जसप्रीत और मनीष ने हाल ही में नोएडा में हुई राष्ट्रीय चैंपियनशिप में अपने ही बनाए गए रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए।
कोच राजिंदर सिंह राहेलू का विजन
एसएआई गांधीनगर के मुख्य पावरलिफ्टिंग कोच, पैरालंपिक कांस्य पदक विजेता (2004) राजिंदर सिंह राहेलू ने इस प्रदर्शन पर कहा, “खेलो इंडिया पैरा गेम्स से पहले हुई राष्ट्रीय चैंपियनशिप में हमने 8 स्वर्ण और 3 राष्ट्रीय रिकॉर्ड सहित 12 पदक जीते थे। इस बार हमने 7 स्वर्ण और 3 रजत सहित 10 पदक हासिल किए और कुल मिलाकर एक सप्ताह में 7 राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़े। यह प्रतियोगिता हमारे एथलीटों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मुकाबले की मानसिकता विकसित करने में मदद कर रही है।”
अन्य पदक विजेता
राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारकों के अलावा, एसएआई गांधीनगर के गुलफाम अहमद (59 किग्रा), संदेशा बीजी (80 किग्रा) और परमजीत कुमार (49 किग्रा) ने भी स्वर्ण पदक अपने नाम किए। वहीं, रजत पदक जीतने वालों में शिव कुमार (49 किग्रा), रामूभाई बाबूभाई (72 किग्रा) और राहुल जोगराजिया (88 किग्रा) शामिल थे।
भारत का नंबर वन पैरा पावरलिफ्टिंग केंद्र
2019 में राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र (एनसीओई) के रूप में स्थापित एसएआई गांधीनगर, भारत की प्रमुख पैरा पावरलिफ्टिंग प्रशिक्षण सुविधा के रूप में विकसित हो चुका है। राहेलू ने बताया, “2016 में मेरे जुड़ने के बाद से यह केंद्र लगातार प्रगति कर रहा है। 2022 तक युवा एथलीटों की आमद बढ़ी और पिछले 4-5 वर्षों में यहां अत्याधुनिक सुविधाओं का विकास हुआ। अब हमारे पास विश्वस्तरीय फिटनेस सेंटर, एयर कंडीशनिंग युक्त समर्पित पावरलिफ्टिंग हॉल और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में इस्तेमाल होने वाले एलीको सेट हैं। हमारी रिकवरी सुविधाएँ भी देश की सर्वश्रेष्ठ में से एक हैं।”
अगला लक्ष्य – विश्व चैंपियनशिप और पैरालंपिक पदक
51 वर्षीय कोच राहेलू ने कहा, “अब हमारा अगला लक्ष्य इस अक्टूबर में मिस्र में होने वाली विश्व चैंपियनशिप में 3-4 पदक जीतना है। वर्तमान में, परमजीत कुमार हमारे केंद्र से विश्व चैंपियनशिप में पदक जीतने वाले एकमात्र भारतीय हैं, और हमें विश्वास है कि यह सूची जल्द ही लंबी होगी।”
उन्होंने आगे कहा, “अगले साल के राष्ट्रमंडल और एशियाई खेलों के लिए हमारी तैयारियां जोरों पर हैं। हमें यकीन है कि आने वाले पैरालंपिक खेलों में हमारे एथलीट इतिहास रचेंगे।”
खेलो इंडिया पैरा गेम्स: उभरते सितारों के लिए मंच
खेलो इंडिया पैरा गेम्स, खेलो इंडिया मिशन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसका उद्देश्य देशभर के प्रतिभाशाली पैरा-एथलीटों को प्रतिस्पर्धी मंच प्रदान करना है। इस श्रृंखला का पहला संस्करण दिसंबर 2023 में नई दिल्ली में हुआ था, जबकि दूसरा संस्करण 20-27 मार्च 2025 के बीच राजधानी में तीन प्रमुख स्थानों पर छह खेलों में आयोजित किया गया। यह आयोजन देश में पैरा स्पोर्ट्स की संभावनाओं को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने की दिशा में एक मजबूत कदम साबित हो रहा है।