कोयला मंत्रालय और इसके सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रमों ने मौजूदा स्वच्छता अभियान के तहत 10,266 मीट्रिक टन कचरे का निपटान किया और जनवरी से अगस्त 2023 तक 70 करोड़ रुपये का राजस्व जुटाया

कोयला मंत्रालय और इसके सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रमों ने स्वच्छता पखवाड़ा-2023 के हिस्से के रूप में अपनी समर्पित स्वच्छता और सतत प्रथाओं को जारी रखा। ये पहल पर्यावरणीय जिम्मेदारी और कार्यस्थलों और समुदायों की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए मंत्रालय की प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं।

अक्टूबर 2022 में विशेष अभियान 2.0 के दौरान मंत्रालय की कुछ उपलब्धियां बहुत सराहनीय रही थीं। मंत्रालय ने स्वच्छता अभियान के दौरान 3,023,788 वर्ग फुट के विशाल क्षेत्र को साफ किया, जो स्वच्छ कार्य वातावरण के लिए मंत्रालय की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। पर्यावरण के प्रति जागरूकता प्रयास में 5,409.5 मीट्रिक टन कचरे का निपटान किया गया जिससे 48.5 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ।

मंत्रालय की नवाचारी पहलों में कोठागुडेम क्षेत्र, एससीसीएल, हैदराबाद स्थित स्क्रैप यार्ड को उपजाऊ भूमि में बदलना शामिल रहा, इससे सतत भूमि उपयोग में योगदान मिला। सीसीएल के स्क्रैप, निपटान वस्तुओं, टायर, पाइप और गाड़ियों का उपयोग करके बनाए गए “कचरा उद्यान” को व्यापक रूप से सराहना की गई थी। यह पहल प्रस्तावित इको-पार्क और अन्य कोयला कंपनी परिसरों में विस्तार के लिए निर्धारित एक पायलट परियोजना है, जो 3 आर (रिड्यूस-रीयूज-रीसायकल) अवधारणा और सतत अपशिष्ट प्रबंधन के लिए एक मजबूत प्रतिबद्धता को दर्शाती है।

अनुवर्ती कार्रवाई (जनवरी से अगस्त 2023):

चल रहे स्वच्छता पखवाड़ा प्रयासों में जनवरी से अगस्त 2023 तक की अवधि के लिए कोयला मंत्रालय और इसके सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रमों की उपलब्धियां इस प्रकार हैं:

  • 6,929,401 वर्ग फुट क्षेत्रफल वाली जगह की सफाई करना और स्वच्छता के उच्च मानक बनाए रखना।
  • 10,266 मीट्रिक टन से अधिक स्क्रैप का जिम्मेदारी से निपटान करना जिसके परिणामस्वरूप 70 करोड़ रुपये का राजस्व जुटाया गया।
  • बैनर, संदेश प्रदर्शन, नुक्कड़ नाटक, सेमिनार और परामर्श सत्रों सहित स्वच्छता के लिए व्यापक जागरूकता अभियान चलाना।
  • वर्षा जल संचयन के लिए “रिचार्ज कुओं” का निर्माण और जल संरक्षण प्रयासों में योगदान देना।
  • एकल उपयोग प्लास्टिक (एसयूपी) के उपयोग को रोकने के लिए जागरूकता को बढ़ावा देना और पर्यावरण के अनुकूल जूट/कपड़े के थैले वितरित करना।
  • थाई मूगाम्बिगई मंदिर, ब्लॉक-8 के पास लगभग 108,900 वर्ग फुट बंजर भूमि को ग्रीन बेल्ट में बदलना, घनी वनस्पति को साफ किया गया और इसके पुनः उपयोग के लिए बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण तथा ग्रीन बेल्ट का विकास किया गया।
  • पार्किंग, रिकॉर्ड रूम, बैठने के क्षेत्र, शौचालयों के निर्माण, बागवानी, वृक्षारोपण और खान परियोजनाओं के विस्तार सहित विविध उद्देश्यों के लिए मुक्त किए गए स्थानों का उपयोग करना।
  • “स्वच्छता पखवाड़ा 2023” ‘लोगो’ के साथ मंत्रालय के सभी अनुभागों में छोटे-छोटे एयर प्यूरीफायर पौधे लगाकर कामकाज के माहौल को बढ़ाना।

ये मौजूदा पहल स्वच्छता, स्थिरता और जिम्मेदार अपशिष्ट प्रबंधन को बढ़ावा देने के लिए कोयला मंत्रालय और इसके सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रमों की मजबूत प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं। स्वच्छता पखवाड़ा 2023 सभी के लिए एक स्वच्छ, हरित और स्वस्थ माहौल बनाने के लिए इनके समर्पण का प्रमाण है।

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