दिसंबर का महीना शेमारूमी ने और भी खास बना दिया है। गुजराती सिनेमा की समृद्ध कला, संस्कृति और मनोरंजन का जश्न मनाते हुए यह प्लेटफॉर्म लेकर आया है ‘गुज्जु फिल्म फेस्ट’, जो 6 दिसंबर, 2025 से शुरू हो चुका है और 15 दिसंबर, 2025 तक चलेगा। इन दस दिनों के दौरान हर दिन एक नई गुजराती सुपरहिट फिल्म बिल्कुल मुफ्त देखने के लिए उपलब्ध है। यह अवसर दर्शकों को, विशेषकर गुजरात के दर्शकों को, उन फिल्मों को फिर से देखने या पहली बार देखने का मौका देता है, जिन्होंने बॉक्स ऑफिस पर न सिर्फ सफलता पाई बल्कि राष्ट्रीय और क्षेत्रीय स्तर पर प्रशंसा जीती और दर्शकों के दिलों में जगह बनाई।

इस विशेष महोत्सव में ऐसी फिल्मों का चयन किया गया है, जो गुजराती सिनेमा की विविधता को पूरी तरह दर्शाता है। हर फिल्म गुजरात की किसी न किसी भाव, रंग, परंपरा, हास्य और जीवनशैली को अपने अंदाज़ में पेश करती है।
हास्य से भरपूर ‘फ़क्त महिलाओं माटे’ में जहाँ एक व्यक्ति को महिलाओं के मन की बातें सुनने की अनोखी शक्ति मिलती है, वहीं ‘झमकुड़ी’ एक रहस्यमयी हवेली में बसे रोमांचक और डरावने अनुभवों को सामने लाती है। ‘बच्चूभाई’ एक बुजुर्ग व्यक्ति की जीवन के नए मोड़ पर शुरू हुई यात्रा को दर्शाती है, जबकि राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता ‘हेलारो’ कच्छ की महिलाओं की मुक्ति, साहस और अभिव्यक्ति की शक्ति को बेहद प्रभावी ढंग से दिखाती है। ‘मिथाडा मेहमान’ रिश्तों और अपनेपन से भरी एक प्यारी कहानी पेश करती है और ‘नाड़ी दोष’ प्रेम और ज्योतिष मान्यताओं के बीच के टकराव को संवेदनशीलता से उभारती है। ‘कच्छ एक्सप्रेस’ एक महिला की आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ती प्रेरक यात्रा को दर्शाती है, वहीं ‘ऑल द बेस्ट पंड्या’ परिवार की हँसी-मज़ाक से भरी उलझनों को मजेदार अंदाज़ में प्रस्तुत करती है। ‘वश’ अपने रोमांचक माहौल और रहस्य से दर्शकों को अंत तक बांधे रखती है और ‘उम्बरो’ सात महिलाओं की उस भावनात्मक यात्रा को दिखाती है जहाँ वे अपने भीतर छिपी हिम्मत और खुशियों को नए सिरे से खोजती हैं।
पिछले दस सालों में गुजराती सिनेमा ने कहानी, प्रस्तुति और दर्शकों की पसंद तीनों ही स्तर पर उल्लेखनीय प्रगति की है। इस फेस्टिवल के ज़रिए शेमारूमी का उद्देश्य इस विकास का सम्मान करना और गुजराती कंटेंट को और अधिक लोगों तक बिना किसी बाधा के पहुँचाना है। यह पहल न केवल गुजराती फिल्मों की नई लहर का जश्न है, बल्कि उन दर्शकों के लिए भी एक अवसर है जिन्होंने इन फिल्मों को प्यार दिया और उन्हें लोकप्रिय बनाया।
इन तारीखों पर उपलब्ध फिल्मों की सूची दी गई है:
- 6 दिसंबर: झमकुड़ी
- 7 दिसंबर: बच्चूभाई
- 8 दिसंबर: हेलारो
- 9 दिसंबर: मिथाडा मेहमान
- 10 दिसंबर: नाड़ी दोष
- 11 दिसंबर: कच्छ एक्सप्रेस
- 12 दिसंबर: ऑल द बेस्ट पंड्या
- 13 दिसंबर: वश
- 14 दिसंबर: उम्बरो
- 15 दिसंबर: फ़क्त महिलाओं माटे
Ranu bairagi