गौतम बुद्ध ने कहा था, ‘हमारा कर्त्व्य है कि हम अपने शरीर को स्वस्थ रखें, अन्यथा हम अपने मन को सक्षम और शुद्ध नहीं रख पाएंगे।‘ आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में खुद को फिट रखना सबसे बड़ी चुनौती है, मगर फिटनेस कोई ऐसी चीज नहीं है, जिसके लिए आपको रोज जिम जाना पड़े। आपको शायद जानकर हैरानी हो, मगर सच यही है कि रोजमर्रा की जिंदगी में सिर्फ अपनी डाइट यानी खान-पान पर नियंत्रण रखकर और अपने शरीर को एक्टिव रखकर भी आप पूरी तरह फिट रह सकते हैं। कई लोग खान-पान पर नियंत्रण का गलत अर्थ निकाल लेते हैं और खाना पीना ही कम कर देते हैं। आम बोलचाल की भाषा में इसे डाइटिंग कहते हैं, मगर डाइटिंग करने से फिटनेस हासिल नहीं होती। फिटनेस तो संतुलित आहार से ही मिल सकती है। आहार केवल पेट भरने के लिए ही जरूरी नहीं है, बल्कि यह आपके शारीरिक और मानसिक विकास को भी प्रभावित करता है।
सही समय पर सही आहार
कई वर्षों से चली आ रही कहावत तो सुनी ही होगी कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मन का वास होता है और जब मन स्वस्थ होगा, तो आप खुद को फिट, तरोताजा और चुस्ती से भरपुर महसूस करेंगे और उसी से आपके जीवन में सफलता का रास्ता खुलेगा। कम खाना समस्या का समाधान नहीं है, क्योंकि इससे कई दूसरी शारीरिक समस्याएं पैदा हो जाती हैं। आप किसी भी बड़े बिजनेसमैन, फिल्म स्टार, पॉलिटिशन, एंटरप्रन्योर को देख लीजिए, वो सुबह से लेकर रात तक व्यस्त रहते हैं, लेकिन फिर भी उनकी ऊर्जा में कहीं कोई कमी नहीं दिखती। इसकी सिर्फ एक ही वजह है, उचित समय पर उचित आहार।
दिन की शुरुआत है सबसे अहम
कहते हैं कि सुबह का नाश्ता दिन का सबसे महत्वपूर्ण आहार होता है, मगर ज्यादातर लोग उसी को नजरअंदाज कर जाते हैं। कई लोग व्यस्तता का हवाला देकर दिन में इधर-उधर कुछ भी खा लेते हैं और फिर रात में भरपेट खाना खाकर सो जाते हैं, जबकि सही रास्ता यह है कि आप सुबह भरपेट नाश्ता करें, जिसमें दिनभर काम करने के लिए सही मात्रा में प्रोटीन शामिल हो। दिन में हल्का खाना खाएं और रात में और हल्का या कम खाना खाएं। जब आपका पेट ठीक रहेगा, तो आपके शरीर का पूरा सिस्टम ठीक काम करेगा और आपको किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं आएगी। एक दिन में प्रत्येक व्यक्ति को 8 से 10 गिलास और कम से कम दो से तीन लीटर पानी पिना चाहिए। इससे आपका पेट बिल्कुल सही काम करता रहेगा और आप पेट में हल्का महसूस करेंगे।
गलतफहमियों से बचना भी जरूरी
इसके अलावा दिन में थोड़े थोड़े अंतराल पर या कम से कम हर दो-तीन घंटे में कुछ खाते रहना जरूरी है, ताकि पेट खाली ना रहे। इसके लिए आप अपने बैग में अगर एक बिस्किट का पैकेट या कोई फ्रूट या ड्राईफ्रूट जैसे पीनट्स या चने वगैरह भी रखकर चलेंगे, तो काम चल जाएगा। यह भी याद रखें कि एक व्यस्त शरीर को चलायमान रखने के लिए दिन में थोड़े नमक और शुगर की भी जरूरत होती है। इसलिए ज्यादा ना सही, पर थोड़ा कुछ ऐसा जरूर खाएं, जिसमें हल्का नमक या चीनी डली हो, क्योंकि इससे आपके शरीर को एनर्जी मिलती है। साथ ही आपके खून में नमक और शुगर का लेवल भी संतुलित रहता है। हालांकि हाई ब्लडप्रेशर या शुगर के मरीजों को इससे बचने की सलाह दी जाती है। सबसे जरूरी बात, एक स्वस्थ शरीर के लिए दिन में खूब पानी पीना भी जरूरी है, क्योंकि इससे शरीर को जरूरी पोषण मिलता है। लोगों को एक गलतफहमी यह भी है कि घी खाने के मुकाबले तेल ज्यादा अच्छा होता है, जबकि सच्चाई यह है कि घी से उतना फैट नहीं बढ़ता, जितना तेल और उसमें बनी चीजें हानिकारक हैं। हालांकि जो भी खाएं, संतुलित मात्रा में खाएं।
ऑफिस में हैं, तो क्या हुआ ?
अब आप कहेंगे कि चलो खाने का तो इंतजाम कर लेंगे, मगर ऑफिस के चक्कर में फिजिकल फिटनेस के लिए टाइम कहां से निकालें ? तो इसका भी निदान है। आपको ज्यादा कुछ नहीं करना है, बस अपनी एक-दो आदतें बदलनी होगी। जैसे दिन में ज्यादा से ज्यादा वक्त ऑफिस के अंदर-बाहर आते-जाते वक्त सीढ़ियों का इस्तेमाल करें, थोड़ी थोड़ी देर में अपनी सीट से उठकर शरीर की स्ट्रेचिंग करें और लंबी सांसे(प्राणायाम) लें। लैपटॉप या कंप्यूटर पर काम करते वक्त हर एक घंटे में कुछ देर के लिए अपनी आंखें बंद करके पुतलियों को उंगलियों से धीरे-धीरे सहलाएं। रात को खाना खाने के बाद घर के अंदर या बाहर या छत पर ही थोड़ी देर टहल लें और सोने से पहले शव आसन में लेटकर थोड़ी देर लंबी सांसें लें। इससे आपको नींद भी अच्छी आएगी और शरीर को पूरा आराम भी मिलेगा। फिर जब आप सुबह उठेंगे, तो अपने आपको चुस्ती से भरपूर महसूस करेंगे।
TEAM- AVK NEWS SERVICES