“एग्रीटेक के माध्यम से नवाचार” के बारे में एक रिपोर्ट भी जारी की गई
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) के भारतीय सॉफ्टवेयर प्रौद्योगिकी पार्क (एसटीपीआई) ने अपने 32वें स्थापना दिवस पर आज नई दिल्ली में “भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी उद्योग के लिए विकास के मार्ग और उभरता प्रौद्योगिकी इकोसिस्टम” विषय पर संगोष्ठी आयोजित की, जिसमें इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सचिव, श्री अल्केश कुमार शर्मा ने भाग लिया। उन्होंने भारतीय सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क (एसटीपीआई) को 32 वर्ष पूरे होने पर बधाई दी।
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सचिव, श्री अल्केश कुमार शर्मा ने सूचना प्रौद्योगिकी के विकास के छह स्तंभों को सूचीबद्ध करते हुए कहा, “आज, दुनिया डिजिटल बदलाव के बारे में चर्चा कर रही है। भारत ई-गवर्नेंस से डिजिटल गवर्नेंस की ओर बढ़ रहा है, जहां हर सेवा ऑनलाइन उपलब्ध होनी चाहिए। भारत को सूचना प्रौद्योगिकी जगत की महाशक्ति बनाने वाले विकास के छह प्रमुख स्तंभ कनेक्टिविटी, कम लागत वाले डेटा, किफायती उपकरण, लोगों के अनुकूल नीतियां, भविष्य के लिए तैयार प्रतिभा और साइबर सुरक्षा हैं।”
भारतीय सॉफ्टवेयर प्रौद्योगिकी पार्क (एसटीपीआई) के महानिदेशक श्री अरविंद कुमार ने स्वागत भाषण देते हुए कहा, “यह हम सभी के लिए गर्व का क्षण है क्योंकि हमने सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) /सूचना प्रौद्योगिकी सक्षम सेवा (आईटीईएस) उद्योग की सेवा के 32 वर्ष पूरे कर लिए हैं। भारतीय सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क (एसटीपीआई) ने पिछले इन तीन दशकों में कई प्रमुख उपलब्धियां प्राप्त की हैं। इसने उद्योग की तीन बुनियादी चिंताओं को कम किया, जिसमें व्यापार करने में सुगमता, हाई-स्पीड इंटरनेट और कंप्यूटिंग उपकरण सम्मिलित हैं।”
हिन्दुस्तान कम्प्यूटर्स लिमिटेड (एचसीएल) के संस्थापक और स्पष्ट रूप से समांतर निर्देश कंप्यूटिंग (ईपीआईसी) फाउंडेशन के अध्यक्ष श्री अजय चौधरी ने भारत और भारतीय सॉफ्टवेयर प्रौद्योगिकी पार्क (एसटीपीआई) के उच्च मूल्य संवर्धन और उत्पादों की ओर बढ़ने की आवश्यकता पर बल दिया है। उन्होंने कहा, “दुनिया बदल रही है और हमें यह देखना चाहिए कि भारत का अगला अवसर कहां है। भारतीय सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क (एसटीपीआई) ने सॉफ्टवेयर उद्योग के लिए एक उत्कृष्ट सहायता प्रणाली तैयार की है। वे उस संबल को साबित करने में अत्यधिक सफल रहे हैं जो इसे शुरू करने और बड़े पैमाने पर प्राप्त करने के लिए आवश्यक था। अब, हमें उच्च मूल्यवर्धन की ओर बढ़ना है।”
इस कार्यक्रम में तीन समझौता ज्ञापनों का आदान-प्रदान भी हुआ। इन समझौता ज्ञापनों में, प्रौद्योगिकी नेक्स्ट इनिशिएटिव्स और बीआरसी, एसआरएम इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी तथा एसटीपीआई नेक्स्ट इनिशिएटिव्स एंड इंडिया एंजेल्स नेटवर्क और सेंटर फॉर एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट एंड प्रौद्योगिकी नेक्स्ट इनिशिएटिव्स एंड इनक्यूबेशन (सीईडीआई) ऑफ नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एनआईटी) त्रिची शामिल हैं। “एग्रीटेक के माध्यम से नवाचार: कृषि और कृषि-संबद्ध क्षेत्रों पर प्रौद्योगिकी को अपनाने तथा प्रभाव पर एक अध्ययन” शीर्षक वाली एक एग्रीटेक रिपोर्ट भी इस अवसर पर जारी की गई। इस रिपोर्ट को जारी करने का उद्देश्य भारत में एग्रीटेक की वर्तमान स्थिति, इस क्षेत्र के सामने आने वाली चुनौतियों और विकास तथा नवाचार के अवसरों के बारे में जानकारी प्रदान करना है।
इंडियन एंजेल नेटवर्क (आईएएन) की सह-संस्थापक श्रीमती पद्मजा रूपारेल, 5-एफ वर्ल्ड एंड हनीवेल इंडिया के अध्यक्ष डॉ. गणेश नटराजन; डॉ. आनंद देशपांडे, संस्थापक, पर्सिस्टेंट सिस्टम्स ने भी उद्घाटन सत्र में भी शामिल होकर समारोह की शोभा बढ़ाई।
सम्मानित पैनलिस्ट में इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) में अतिरिक्त सचिव श्री भुवनेश कुमार सहित श्री सुरेश रमन, उपाध्यक्ष और क्षेत्रीय प्रमुख, चेन्नई, टीसीएस; सुश्री सैरी चहल, संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी, शीरोज और महिला मनी; श्री श्रीधर मुपिदी, सह-संस्थापक, पर्पलटॉक इंडिया प्राइवेट लिमिटेड; डॉ. शक्ति गोयल, चीफ आर्किटेक्ट और डेटा साइंटिस्ट, यात्रा ऑनलाइन लिमिटेड और श्री सूर्यांश जालान, फारआई टेक्नोलॉजीज के अध्यक्ष ने “इंडियाअहेड: अवसरों का टेकएड और उभरती प्रौद्योगिकियों के इकोसिस्टम को प्रोत्साहन देने में भारतीय सॉफ्टवेयर प्रौद्योगिकी पार्क (एसटीपीआई) की भूमिका” विषय पर विचार-विमर्श किया।