सम्पूर्ण ब्रह्मांड शिव के अंदर समाया हुआ है। जब कुछ नहीं था तब भी शिव थे…
Category: फीचर/आर्टिकल
पर्यावरण संतुलन के लिये वन्यजीवों की रक्षा जरूरी
अपने स्वार्थ के लिए प्रकृति का अंधाधुंध दोहन करने में डूबे इंसान को अब यह अंदाजा…
क्या आप कभी अपने बच्चों के रहन-सहन पर ध्यान देते हैं?
आज कल टीनएजर्स के बीच सेक्स, शराब पीना आदि बुरी व गंदी हरकतों का चलन बहुत…
अधिकतम मतदान का आव्हान एक क्रांतिकारी शुरूआत
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम से तीन माह के लिए विराम लेते हुए…
क्या इंडिया गठबंधन भाजपा के लिये चुनौती बनेगा?
अंधेरों एवं निराशा के गर्त में जा चुके एवं लगभग बिखर चुके इंडिया गठबंधन के लिए…
कोटमसर की गुफाएं जहां कभी आदिमानव रहा करते थे
कोटमसर गुफा का नाम गोपंसर गुफा (गोपन = छिपा हुआ) से शुरू हुआ था, लेकिन वर्तमान…
विज्ञान के दुरुपयोग का खामियाजा अंतत: हम मनुष्यों को ही भुगतना होगा
आज का युग विज्ञान का युग है। मानव जाति विज्ञान से इस कटर प्रभावित हुई है…
रविदास जी एक सिद्ध एवं अलौकिक समाज-सुधारक संत थे
जब भारतीय समाज और धर्म का स्वरूप रूढ़ियों एवं आडम्बरों में जकड़ा एवं अधंकारमय था तब…
समृद्धि के शिखर एवं गरीबी के गड्ढ़े वाली दुनिया
वैश्विक संस्था ऑक्सफैम ने अपनी आर्थिक असमानता रिपोर्ट में समृद्धि के नाम पर पनप रहे नये…
समाजोध्दारक: संत रविदास
संत रविदास जिन्हें रैदास भी कहते हैं। इनका जन्म माघी पूर्णिमा विक्रम संवत् 1471 को हुआ…