प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने बीकानेर की धरती से राजस्थान और देश के लिए 26,000 करोड़ रुपये की विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन, शिलान्यास और लोकार्पण किया। इस ऐतिहासिक अवसर पर प्रधानमंत्री ने राष्ट्र की समर्पित भावना, बुनियादी ढांचे के विस्तार और आतंकवाद के खिलाफ भारत के नए संकल्प को प्रभावशाली रूप से प्रस्तुत किया।
प्रधानमंत्री ने करणी माता के आशीर्वाद के साथ समारोह में भाग लेते हुए 18 राज्यों के लोगों की ऑनलाइन भागीदारी के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं से न केवल राजस्थान बल्कि पूरे भारत के विकास को नई गति मिलेगी।
बुनियादी ढांचे में ऐतिहासिक निवेश
प्रधानमंत्री ने बताया कि बीते 11 वर्षों में भारत में सड़कों, रेलवे, हवाई अड्डों सहित बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में जबरदस्त प्रगति हुई है। उन्होंने चिनाब ब्रिज, सेला सुरंग, बोगीबील ब्रिज, अटल सेतु और पंबन ब्रिज जैसे प्रमुख प्रोजेक्ट्स का जिक्र किया। साथ ही बताया कि देश में अब छह गुना अधिक निवेश हो रहा है।
रेलवे के क्षेत्र में वंदे भारत, अमृत भारत और नमो भारत ट्रेनों की शुरुआत, 34,000 किमी नई पटरियों का निर्माण, और 1,300 से अधिक रेलवे स्टेशनों का आधुनिकीकरण इस बदलाव के गवाह हैं। प्रधानमंत्री ने ‘अमृत भारत स्टेशन’ पहल की सराहना करते हुए मंडलगढ़, थावे, ओरछा, श्रीरंगम और डाकोर जैसे स्टेशनों के सांस्कृतिक महत्व को रेखांकित किया।
राजस्थान को मिल रहा विशेष लाभ
प्रधानमंत्री ने बताया कि अकेले राजस्थान में पिछले 11 वर्षों में सड़क क्षेत्र में ₹70,000 करोड़ और रेलवे विकास पर ₹10,000 करोड़ का निवेश हुआ है। बीकानेर से मुंबई के लिए नई ट्रेन की शुरुआत, जल, बिजली, और स्वास्थ्य परियोजनाओं का विस्तार और औद्योगिक नीतियों के जरिए युवाओं को रोजगार देने की दिशा में बड़ी पहल की जा रही है।
उन्होंने बीकानेरी भुजिया और रसगुल्ले की वैश्विक पहचान, रिफाइनरी प्रोजेक्ट और अमृतसर-जामनगर आर्थिक गलियारे जैसी योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि ये योजनाएं राजस्थान को औद्योगिक हब में बदल देंगी।



ऑपरेशन सिंदूर और भारत का नया संकल्प
पीएम मोदी ने आतंकवाद पर भारत के नए दृष्टिकोण को साझा करते हुए हालिया ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने 22 मिनट में जवाबी हमला किया, जिसमें 9 आतंकी ठिकाने ध्वस्त कर दिए गए।
प्रधानमंत्री ने कहा, “अब भारत चुप नहीं रहेगा। पाकिस्तान ने भारत के धैर्य को कमजोरी समझा, लेकिन यह नया भारत है, जो आतंक का निर्णायक जवाब देता है।” उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अब न तो बातचीत के लायक है, न व्यापार के, और अब चर्चा केवल POK (पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर) तक सीमित होगी।
उन्होंने तीन प्रमुख सिद्धांतों को स्पष्ट किया:
- निर्णायक जवाब – भारत तय करेगा कि कब, कैसे और कहां जवाब दिया जाए।
- परमाणु डर नहीं – भारत किसी धमकी से डरने वाला नहीं।
- राज्य और आतंकी अलग नहीं – अब भारत आतंकी और उसे समर्थन देने वाले देशों में फर्क नहीं करेगा।
प्रधानमंत्री ने दो टूक कहा कि पाकिस्तान को अब भारतीय खून की कीमत चुकानी पड़ेगी – आर्थिक, सैन्य और रणनीतिक सभी स्तरों पर।
विकसित भारत की ओर बढ़ते कदम
प्रधानमंत्री ने “विकसित भारत” के सपने को साकार करने के लिए बुनियादी ढांचे, उद्योग, ऊर्जा, जल संसाधन और सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में निरंतर प्रगति की आवश्यकता को रेखांकित किया। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे इस बदलाव में सहभागी बनें और देश के विकास की गति को और तेज करें।