वाराणसी: डॉ. घनश्याम सिंह महाविद्यालय, सोयेपुर, वाराणसी में राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस–2025 का आयोजन इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया), लोकल सेंटर वाराणसी के सहयोग से अत्यंत गरिमामय एवं प्रेरणादायक वातावरण में संपन्न हुआ।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रो. के. के. पाठक अध्यक्ष, इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया), जबकि मुख्य वक्ता के रूप में प्रो. आर. के. मिश्रा प्रोफेसर IIT BHU ने सहभागिता की। कार्यक्रम की अध्यक्षीय अभिभाषण महाविद्यालय के प्रबंधक श्री नागेश्वर सिंह द्वारा दिया गया।

कार्यक्रम का शुभारंभ डॉ. आनंद सिंह द्वारा अतिथियों के स्वागत भाषण से हुआ। अपने स्वागत वक्तव्य में उन्होंने कहा कि ऊर्जा संरक्षण केवल एक तकनीकी विषय नहीं, बल्कि सामाजिक और नैतिक दायित्व है, जिसे शिक्षा के माध्यम से जन-जन तक पहुँचाना समय की आवश्यकता है।
इसके पश्चात प्रो. आर. के. मिश्रा ने अपने मुख्य वक्तव्य में ऊर्जा संरक्षण के वैज्ञानिक, आर्थिक एवं पर्यावरणीय पक्षों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि “ऊर्जा का विवेकपूर्ण उपयोग ही सतत विकास की आधारशिला है। यदि आज हमने ऊर्जा संरक्षण को नहीं अपनाया, तो भविष्य की पीढ़ियों को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।”
कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्रबंधक श्री नागेश्वर सिंह ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि शिक्षण संस्थानों की भूमिका केवल डिग्री प्रदान करने तक सीमित नहीं है, बल्कि समाज को ऊर्जा के प्रति जागरूक और जिम्मेदार नागरिक देना भी उनका दायित्व है।
कार्यक्रम की विषय-वस्तु को डॉ. रणविजय राय ने प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया, जिसमें ऊर्जा संरक्षण के व्यावहारिक उपायों एवं उनके दीर्घकालिक लाभों पर विस्तार से चर्चा की गई।
छात्र सहभागिता के अंतर्गत बीबीए प्रथम सेमेस्टर की छात्रा पूजा पटेल ने ऊर्जा संरक्षण विषय पर स्वरचित कविता प्रस्तुत कर श्रोताओं को भावनात्मक रूप से जागरूक किया।
कार्यक्रम का सफल संचालन श्री गौरव केवले द्वारा कुशल संचालन के माध्यम से किया गया। अंत में डॉ. संदीप राय ने सभी अतिथियों, वक्ताओं एवं प्रतिभागियों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्रशासक संजीव सिंह, प्राध्यापक डॉ दिनेश विक्रम सिंह, डॉ. विपुल शुक्ल, डॉ. विनीत कुमार सिंह, अरविंद चौबे, डॉ. देवेन्द्र पांडे, आशीष गुप्ता, देवेन्द्र गुप्ता, स्वाति सर्राफ, डॉ पूनम, डॉ. जूही श्रीवास्तव, डॉ. नैन्सी श्रीवास्तव आदि सम्मिलित रहे l
यह आयोजन न केवल ऊर्जा संरक्षण के प्रति जागरूकता का माध्यम बना, बल्कि विद्यार्थियों एवं शिक्षकों को सतत विकास के लिए सक्रिय भूमिका निभाने की प्रेरणा भी प्रदान कर गया।
एवीके न्यूज़ सर्विसेज