एसआरएल डायग्नोस्टिक्स का नाम बदलकर एजिलस डायग्नोस्टिक्स कर दिया गया है

एसआरएल

भारत के प्रमुख डायग्नोस्टिक सेंटर्स में से एक, एसआरएल डायग्नोस्टिक्स ने ‘एजिलस डायग्नोस्टिक्स’ के रूप में रिब्रांडिंग की है। 1995 में स्थापित इस कंपनी ने रीब्रांडिंग की दिशा में पिछले कुछ वर्षों में अपने काम के परिणामस्वरूप, नए नाम के साथ नई पहचान को अपनाने की घोषणा की है। ‘एजिलस’ लैटिन शब्द से प्रेरित है, जिसका अर्थ ‘फुर्तीला’ है। यह मरीजों और डॉक्टर्स के साथ विशेषज्ञता, अनुभव और भरोसे की 28 वर्षों की विरासत ही है, जो ग्राहकों की बदलती जरूरतों को देखते हुए, जाँचें करने, श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ डायग्नोसिस करने और नई तकनीक को अपनाने में सक्षम होगी।

इस नई पहचान पर बोलते हुए, श्री आनंद के, चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर, एजिलस डायग्नोस्टिक्स, ने कहा, “पिछले कुछ वर्षों में ब्रांड परिवर्तन के लिए हमारे प्रयासों के तहत, हम इस नई पहचान को अपनाने को लेकर बेहद उत्साहित हैं। हमें विश्वास है कि यह कंपनी के आगामी विकास की दिशा को गति प्रदान करेगी। उच्च गुणवत्ता वाली डायग्नोस्टिक देखभाल प्रदान करके, पिछले 28 वर्षों से हम लाखों मरीजों और डॉक्टर्स का विश्वास जीतने में सक्षम रहे हैं। हम नवीनतम डायग्नोस्टिक समाधान लॉन्च करके, विश्व स्तरीय इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी सिस्टम्स का निर्माण करके और बेहतर ग्राहक अनुभव प्रदान करके, हमेशा एक कदम आगे रहे हैं। कंपनी का सिर्फ नाम ही बदला गया है, हमारे मार्गदर्शक सिद्धांत और व्यापार के मूल सिद्धांत में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है। ब्रांड परिवर्तन को पूरा करने के लिए आने वाले समय में, हम अपने पार्टनर्स के साथ मिलकर काम करेंगे। यह नया ब्रांड अब से सभी ग्राहकों और पार्टनर्स के बीच प्रतिबिंबित होगा।”

एजिलस के माध्यम से, कंपनी का लक्ष्य अपने प्रत्येक स्टेकहोल्डर के लिए नए सिरे से मूल्यों का निर्माण करना है। मरीजों के लिए, एजिलस मेडिकल प्रोफेशनल्स को गुणवत्ता और समय पर देखभाल प्रदान करने में सक्षम बनाने की प्रतिबद्धता है। चैनल पार्टनर्स के लिए, एजिलस नए विकास चरण को शुरू करने के लिए एक गति है। लोगों के लिए, एजिलस कंपनी की प्रेरक शक्ति, सहयोग की संस्कृति और विविधता व समावेश के वातावरण को स्थापित करने और बढ़ावा देने का एक प्रयास है। जनता और समाज के लिए, एजिलस बड़े पैमाने पर बेहतर स्वास्थ्य और कल्याण को बढ़ावा देने का लक्ष्य है। पृथ्वी के लिए, एजिलस कार्बन फुटप्रिंट को कम करने के उद्देश्य से एक स्थिरता रोडमैप तैयार करने का वादा है।

कंपनी द्वारा एक व्यापक लेबोरेटरी नेटवर्क स्थापित किया गया है, जिसमें 410 से अधिक लैब्स, 3700 से अधिक ग्राहक टचपॉइंट्स और 12000 से अधिक डायरेक्ट क्लाइंट्स शामिल हैं। नेटवर्क के मामले में 1000 से अधिक शहरों, 34 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में उपस्थिति के साथ एजिलस डायग्नोस्टिक्स भारत की सबसे बड़ी श्रृंखला है। एजिलस, देश में लेबोरेटरीज़ के सबसे बड़े मान्यता प्राप्त नेटवर्क में से एक को कुशलतापूर्वक संचालित करने के लिए प्रतिबद्ध है।

कंपनी की 43 लैब्स को एनएबीएल द्वारा मान्यता प्राप्त है और 3 लैब्स को एनएबीएल एम (ईएल) टी कार्यक्रम के तहत मान्यता प्राप्त है। मुंबई और दुबई में इसकी दो ऐसी लेबोरेटरीज़ हैं, जिन्हें सीएपी द्वारा मान्यता प्राप्त हैं। यह वित्त वर्ष 23 में, कुल 16.6 मिलियन से अधिक मरीजों को सेवाएँ देने और 39.1 मिलियन जाँचें पूरी करने में सक्षम रहा है। कंपनी हिस्टोपैथोलॉजी, ट्रांसप्लांटेशन इम्यूनोलॉजी और मॉलिक्यूलर पैथोलॉजी पर केंद्रित 3 सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (सीओई) से लैस है।

एजिलस डायग्नोस्टिक्स (पूर्व में एसआरएल डायग्नोस्टिक्स) के पास उपलब्धियों की एक लंबी सूची है। इसमें देश की पहली एनएबीएल और सीएपी मान्यता प्राप्त मेडिकल लेबोरेटरी, पहली एबीडीएम इंटीग्रेटेड लेबोरेटरी, ओलंपिक 2020 और 2024 के लिए भारतीय ओलंपिक संघ के साथ भागीदारी करने वाली एकमात्र भारतीय लेबोरेटरी और कई अन्य उपलब्धियाँ शामिल हैं। कंपनी का लक्ष्य रणनीतिक विस्तार के माध्यम से, न सिर्फ जीनोमिक्स और अगली पीढ़ी के डायग्नोस्टिक्स, बेहतर ग्राहक अनुभव और डिजिटल रूप से सक्षम सेवाओं में क्षमताओं का विकास करना है, बल्कि सुविधाजनक डायग्नोस्टिक प्रदान करने की अपनी विरासत को जारी रखना भी है।

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