कल्पना कीजिए: आप थके-थके महसूस कर रहे हैं, शरीर थोड़ा सुस्त है, और सब कुछ ठीक…
Category: फीचर/आर्टिकल
हिंदी पत्रकारिता का वर्तमान परिदृश्य : विविध संदर्भ
समाचार पत्र हमारे दैनंदिन जीवन के अभिन्न अहम हिस्सा बन चुके हैं। हममें से प्रत्येक व्यक्ति…
दिल्ली चुनावों पर ‘रेवड़ी कल्चर’ का खतरनाक साया
दिल्ली विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, राजनीतिक सरगर्मी उग्र से उग्रत्तर होती जा रही…
नये वर्ष की विभिन्न धर्मों में अवधारणाएं
1 जनवरी सन् 0001 का आरम्भ वर्ष ईसा मसीह के अनुयायियों द्वारा प्रचलित ईसा संवत है।…
नववर्ष है कल की रचनात्मक तस्वीर के रेखांकन का
नववर्ष मुड़कर एक बार अतीत को देख लेने एवं भविष्य को बुनने का स्वर्णिम अवसर। क्या…
महामना मदन मोहन मालवीय : वामन से विराट की यात्रा
किसी व्यक्ति के समाज जीवन में किया गया एक समाजोपयोगी राष्ट्रीय कार्य उसे न केवल वैश्विक…
उदारीकरण एवं आर्थिक सुधार के महासूर्य का अस्त होना!
भारत के धुरंधर अर्थशास्त्री, प्रशासक, कद्दावर नेता, दो बार प्रधानमंत्री रह चुके डॉ. मनमोहन सिंह का…
धर्म और सत्य के लिए वीर बालकों ने जान निछावर कर दिया
बता दें कि केंद्र सरकार ने हर साल 26 दिसंबर को माता गुजरी और चार साहिबजादों…
मिर्जा गालिब: शायरी और गजल के शिखर फनकार थे
मिर्ज़ा असदुल्लाह बेग ख़ान, जो अपने तख़ल्लुस ग़ालिब से जाने जाते हैं, उर्दू एवं फ़ारसी भाषा…
श्याम बेनेगल का जाना नये सिनेमा का अंत
बालीवुड में समानांतर सिनेमा के जनक, ‘मंथन’ से लेकर ‘वेलडन अब्बा’ तक जिनके फिल्मी सफर को…